बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
लखनऊ : रायबरेली पुलिस ने महज दो दिन के अंदर दोहरे हत्याकांड और लूट की घटना का पर्दाफाश कर लिया है।वहीं इस खुलासे ने घर का भेदी लंका ढाए के चरितार्थ को सामने ला खड़ा किया है।जहां जांच में मामी-भांजे के कड़वे रिश्ते का सच सामने रखते हुए रायबरेली पुलिस ने बताया कि जिले के डीह इलाके में हुए डबल मर्डर मामले में मृतका महिला का भांजा ही अपनी मामी का कातिल निकला।जिसने विश्वास का गला घोटते हुए न सिर्फ अपने ही मामा के घर में साथियों समेत लूटपाट की थी बल्कि विरोध करने पर अपनी मामी राधा सिंह एवं राधा की भांजी श्रेजल की हत्या कर डाली।
दरअसल बीते 30 अक्टूबर को रायबरेली के डीह इलाके में निवास करने वाली 50 वर्षीय राधा और उसकी 17 वर्षीय भांजी शेजल राधा की उन्ही के घर में लहूलुहान अर्द्धनग्न लाश मिली थी।जिसके बाद हरकत में आई रायबरेली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल तेज़ कर दी।
रायबरेली पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के मुताबिक डबल मर्डर की इस वारदात को लेकर की गई जांच में पता चला कि मृतका राधा का पति सूर्यभान सिंह विगत 10 साल से ज्यादा समय से लापता बताया गया। मृतका राधा सिंह रायबरेली के डीह में अपने बेटे रोहित के साथ रहती थी।मृतका राधा सिंह का बेटा रोहित पिकअप गाड़ी का ड्राईवर है जोकि काम के सिलसिले में अक्सर घर से बाहर ही रहता है।जबकि उसकी पत्नी और राधा सिंह की बहू यूपी के गाजीपुर में रहती है क्योंकि वो गाजीपुर में आरक्षी के पद पर तैनात है।
एसपी श्लोक कुमार के मुताबिक इस मर्डर का मुख्य आरोपी मृतका राधा सिंह का भांजा निकला।जोकि रायबरेली के लालगंज का निवासी है और मृतका राधा सिंह के घर उसका अक्सर आना जाना होता था।पुलिस के मुताबिक आरोपी अंकित सिंह की संगत ठीक नही है।और उसके ऊपर लोगो से उधार लिया हुआ काफी कर्ज़ था।आरोपी अंकित ने इस कर्ज़ की भरपाई करने के लिए अपनी मामी राधा सिंह से पैसों की माँग की लेकिन राधा ने उसे पैसे देने से मना कर दिया।अंकित अपनी मामी राधा के घर के हर एक जगह से वाकिफ था।उसे मालूम था कि उसकी मामी के पैसे और जेवरात कहाँ रखती है।इसके बाद उसने एक प्लांड के तहत अपनी ही मामी की हत्या कर लूट करने का प्लान तैयार किया।
एसपी श्लोक कुमार के मुताबिक आरोपी अंकित सिंह का भाई भी जिले का एक हिस्ट्रीशीटर है , हालांकि विगत कई माह से उंसके बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी नही है।एसपी श्लोक कुमार के मुताबिक अंकित के अपराध करने की मोडस ऑफ ऑपरेंडी यह है कि अंकित ने इस पूरे वारदात के लिए गाँव के ही राज यादव, अंजनी द्विवेदी और मोहम्मद रईस को शामिल किया।इसके बाद तय प्लान के मुताबिक 30 अक्टूबर की शाम अंकित सिंह और उसके तीनो साथी दो बाइक पर सवार होकर डीह पहुँचे और अंधेरा होने का इंतज़ार करने लगे।इसके बाद शाम होते ही चारो आरोपी मृतका राधा के घर पहुंचे तो भांजे अंकित को देखकर राधा सिंह दरवाजा खोल दिया।
अंकित और उसके तीनो दोस्तो ने अपनी मामी के घर बरामदे में बैठकर चाय नाश्ता किया।तय प्लांड के मुताबिक चाय नाश्ते के बाद अंकित अपनी मामी राधा को बात करने के लिए बरामदे से अंदर के कमरे में लेकर गया।जैसे ही राधा कमरे के अंदर पहुँची अंकित के तीनों दोस्त भी पीछे से कमरे में दाखिल हो गए।इसके बाद अंकित ने अपनी मामी से पैसे मांगे तो राधा ने इसका विरोध किया। लेकिन उस बार राधा का विरोध करना उसकी मौत का कारण बन गया।अंकित और उसके तीनो साथियों ने मिलकर राधा पर चाकू से हमला कर दिया।अंकित के सहयोगी रईस ने चाकू से राधा का गला रेत दिया।इस बीच शोरशराबे की आवाज़ सुनकर अपनी मामी के घर आई हुई राधा सिंह की भांजी श्रेजल जब वहां पहुँची तो अंकित ने उसे पकड़कर उसका भी गला चाकू से गला काट दिया।
एसपी श्लोक कुमार के मुताबिक दो दो हत्याओ को अंजाम देने के बाद हत्यारो ने घर में रखे 44 हजार रुपये और करीब दो लाख कीमत के जेवरात लेकर फरार हो गए।गिरफ्तार किए गए चारो आरोपियों के प्लान के मुताबिक उनपर किसी को शक नही होगा।बल्कि एक लूट की घटना होने के चलते पुलिस को उसपर किसी प्रकार का कोई शक नही होगा।लेकिन जब रायबरेली पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो वारदात में निकटतम संबंधी द्वारा अंजाम दिए जाने का शक गहराया।जिसके बाद स्थानीय लोगो से की गई पूछताछ के बाद अंकित सिंह का नाम सामने आया।जिसे गाँव वालों ने साथियों के साथ घटना वाले दिन देखा जाना बताया।
पोलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के मुताबिक इस वारदात में राधा और श्रेजल की हत्या करने के लिए एक ही चाकू का इस्तेमाल किया था।जिसे वारदात में सहयोगी बने अंकित सिंह का साथी रईस अपने घर से लेकर आया था।रईस चाकू बाज़ बताया जा रहा और ईस चाकू का इस्तेमाल रईस अपने घर में मांस काटने के लिए करता था।फिलहाल गिरफ्तार किए गए चारो आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से चारो को पोलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।बताते चलें कि रायबरेली जिले के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक आईपीएस श्लोक कुमार ने अपराधियों के खिलाफ एक मुहिम छेड़ रखी है।पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार की टेबल पर जिले के हर छोटे बड़े 100 हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की कुंडली है।ऐसे में इस सनसनीखेज हत्याकांड का महज दो दिनों के भीतर राजपाश होना इसी कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है।पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के मुताबिक जिले में किसी भी किस्म का अपराध स्वीकार नही किया जाएगा।इसके लिए जिले के सभी थानों को सचेत भी कर दिया गया है।
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