बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
मुंबई : डी कंपनी के सरगना दाऊद का करीबी तारिक परवीन को ठाणे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।तारिक पर जबरन वसूली करने का आरोप है।भगोड़े माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के सहयोगी तारिक परवीन को वसूली के जिस मामले में गिरफ्तार किया गया है।उस मामले में आईपीएस अधिकारी और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह भी आरोपी है।
गौरतलब है कि ठाणे पुलिस ने भगोड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी तारिक परवीन को परमबीर से जुड़े वसूली प्रकरण मामले में गिरफ्तार किया है। हालांकि इस मामले में आईपीएस अफसर और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह बतौर आरोपी रहते उनकी गिरफ्तारी की तस्वीर साफ नही हुई है।
जानकारी के मुताबिक अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद का करीबी 55 वर्षीय तारिक अब्दुल करीम मर्चेंटा उर्फ तारिक परवीन पहले से ही एक मामले में जेल में बंद था।पुलिस के मुताबिक तारिक पर ठाणे नगर पुलिस स्टेशन में भी एक केस दर्ज है।
तारिक जिस मामले में गिरफ्तार किया गया है।वह वसूली प्रकरण से जुड़ा हुआ है।उस मामले में पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर समेत कुल 20 लोग नामजद है।इस मामले में कुछ पुलिस अधिकारी भी नामजद है।
तारिक जिस मामले में गिरफ्तार हुए है वह मामला बिल्डर केतन तन्ना ने दर्ज कराया था।जिन्होंने आरोप लगाया था कि परमबीर सिंह के ठाणे का पुलिस कमिश्नर रहने के दौरान सिंह और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर वसूली की थी। जिसके बाद एक अन्य वसूली केस में तारिक पहले से ही जेल में बंद था।जिसके बाद शुक्रवार को मुंबई की अदालत ने उसे ठाणे पुलिस के हवाले करने का आदेश सुनाने के बाद ठाणे पोलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।तारिक की गिरफ्तारी के बाद उसे अदालत में पेश किया जहां से उसे 22 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
ठाणे नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में 2 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। ठाणे नगर पुलिस ने बिल्डर संजय पुनमिया (56) को गिरफ्तार किया था। तारिक परवीन पर आरोप है कि उसने सह-आरोपियों के साथ नासिक के एक डॉक्टर धीरज शर्मा से 50 लाख रुपये की मांग की थी। यह राशि 20 लाख रुपये में तय की गई थी। तारिक परवीन ने पूर्व पुलिस निरीक्षक प्रदीप शर्मा और राजकुमार कोठमायर की ओर से यह राशि ली थी। इन सबके बीच अब पुलिस तारिक़ की संलिप्तता और पैसे की जांच कर रही है।
फिलहाल इस वसूली मामले में परमबीर सिंह को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। एंटीलिया केस का मामला तूल पकड़ने के बाद परमबीर सिंह का तबादला कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया था जिसके बाद देशमुख को भी अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
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