शाहिद अंसारी,
मुंबई पुलिस की ओर से लगाए गए एक पोस्टर जिसमें आरोपी को भगोडा बताया गया है और उसकी फोटो मुंबई के भाईखला भिंडी बाजार इलाके की दीवारों पर लगवाए और इस बारे मे जब भाईखला सीनियर पीआई सुरेश मगदूम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह काम पुलिस का नहीं है कोई पुलिस के नाम पर इस तरह की हरकत कर पुलिस को बदनाम करने की कोशिश कररहा है चूंकी इस तरह से करना हाई कोर्ट के आदेशों का उल्लघन करना होता है मगदूम के अनुसार इस तरह की हरकत जिसने भी की उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का कोई प्रावधान नहीं है |
मुंबई के भाईखला पुलिस थाने नें बिना जांच कर एक एफआईआर दर्ज की और आरोपियों की फहरिस्त में एक शख्स का नाम डाल दिया कानूनी दांव पेंच के बाद पता चला कि जिसका नाम पुलिस नें एफआईआर में लिखा है उसको कानून घेरना मुश्किल है तब पुलिस और साजिशकर्ताओं नें पोस्टर अभियान शुरू किया ताज्जुब इस बात का इसी मामले मे जो शख्स फरयादी है उसके खिलाफ कोर्ट के आदेश के बाद मुलुंड पुलिस थाने में धोखाधडी का मामला दर्ज हुआ है जिसकी संख्या 6/2015 है | इस मामले को लेकर जोन 3 के डीसीपी एस जै कुमार ने कहा कि हम इस मामले मे जांच कर करेंगें |
भाइखला पुलिस थाने मे दर्ज एफआईआर संख्या 58/2015 जिसमें वहीं शिकायतकर्ता है जिसकी झूटी शिकायत पर जेजे मार्ग पुलिस ने मरे हुए शख्स के नाम नोटिस जारी करदी थी | यह शिकायत तीन लोगों के खिलाफ हुई संदीप रसिकलाल मखीचा, हिफजुर्रहमान अंसारी,शब्बीर खान
साजिशकर्ता को बचाने के लिए कमिश्नर आफिस से फोन |
इस मामले में आरोपी नंबर तीन हिफजुर्रहमान ने कोर्ट में शिकायत की जिसके बाद कोर्ट के आदेश के बाद मुंबई के मुंलुंड पुलिस थाने में भाइखला में शिकायत दर्ज करवाने वाले राजू सिंकदर उर्फ राजू पुलिस समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज हुआ |
मुंलुंड पुलिस थाने में आरोपी सिंकदर उर्फ राजू पुलिस को पुलिस गिरफ्तार करती उससे पहले ही मुंबई पुलिस कमिशनर राकेश मारिया के रीडर सुधीर कालेकर ने फोन कर सीनियर पीआई मुंलुंड को मना किया कोर्ट के आदेश के बाद सुधीर कालेकर के जरिए दखल देने को लेकर जब उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह ऐसा करसकते हैं क्योंकि आरोपी उनके पहचान का है |
फर्जी एफआईआर कर वसूली करने में भाईखला पुलिस थाने में यह कोई नया मामला नहीं है इससे पहले इसी पुलिस थाने की हद मे मार्च के महीने में एटीएस कांस्टेबल गनेश कांबली और एक बडे चैंनल के सीनियर कैमरामैंन को अपहरण और वसूली के मामले में पकडा गया था जिसकी वीडियो ‘’ बाम्बे लीक्स ’’ के पास मौजूद हैं पुलिस ने उस मामले में पुलिस कर्मी के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई ना करते हुए उसे बचा लिया इस तरह से पोस्टर अभियान कर लोगों को बदनाम कर मोटी रकम की उगाही करने की कोशिश की जाती है |
शिकायतकर्ता रहमान ने बताया कि यह काम उन्ही लोगों का हैं जिसने फर्जी आफआईआर कर उनका नाम लिखवा दिया हैं उन्हें पुलिस की शह मिल रही इसी लिए पुलिस के नाम से वह पोस्टर अभियान चला रहे और पुलिस जानते हुए भी उनके खिलाफ किसी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं करती
मामले की सच्चाई
दरअसल इस तरह की फर्जी एफआईआर करने वालों के खिलाफ मुलुंड पुलिस थाने में धोखाधडी का मामला कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हुआ है मामला एक ही है लेकिन मुंबई के एक पुलिस थाने में एक शख्स आरोपी है और एक पुलिस थाने में फरयादी | दर असल इस तरह से फर्जी आफआईआर कर पुलिस कमिशनर राकेश मारिया के रीडर सुधीर कालेकर से फोन करवा कर दबाव बनाया जाता है और फिर सीधे साधे लोगों के नाम एफआईआर में लिखवाकर पुलिस जमकर वसूली करती है हालंकि इसकी जानकारी राकेश मारिया को दी जाचुकी है । और इस पोस्टर अभियान को लेकर रहमान ने शिकायत की है अबतक उसपर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई ।
Post View : 8