मुंबई : पुलिस मामला नहीं दर्ज करती तो पुलिस कुसूरवार और पुलिस मामला दर्ज कर के अपराधियों को जेल मे डालती है तो भी कुसूरवार यह हम नहीं कह रहे बल्कि आज ऐसा हुआ है जब एक सीनियर पीआई के खिलाफ़ बाबा बंगाली गैंग सीपी मुंबई के पास गिड़गिड़ाने पहुंची। हालांकि
बंगाली गैंग ने यह ज़ाहिर किया कि वह अब आसिम आज़मी के विरुद्ध कमिश्नर से मिलने गए क्योंकि बंगाली गैंग के खिलाफ अबु आसिम ने एक हफ़ते पहले शिकायत की थी।
आज़ाद मैदान दंगे और हत्या के आरोपी भूमाफिया नागपाड़ा के बाहुबली मुईन अशरफ़ उर्फ़ बाबा बंगाली ने अपनी गैंग के साथ मुंबई कमिश्नर की दहलीज़ पर इसलिए दस्तक दी कि नागपाड़ा पुलिस थाने ने उसके 2 गुर्गों के खिलाफ़ मामला दर्ज कर के उन्हें जेल में डाल दिया है। दोनों गुर्गों ने इलाके के क युवक को जान से मारने की कोशिश की जिसे गंभीर अवस्था में अस्पताल मे भर्ती कराया गया।
बंगाली बाबा ऐंड कंपनी आज सीपी मुंबई के पास तो पहुंची लेकिन बंगाली गैंग फोटो खिंचवा कर लोगों को यह बताने में असमर्थ रही कि उसकी टच ऊपर तक है क्योंकि मौजूदा सीपी इससे पहले देश के सब से संवेदनशील विभाग में कार्यरत रहे इसलिए उन्हें बंगाली की कुंडली पता है और यह भी पता है कि यह आज़ाद मैदान दंगे और हत्या का मुख्य आरोपी है। इसलिए उन्होंने इसे भाव न देते हुए चलता किया।
बंगाली ने बाहर ही फ़ोटो खिंचवा कर भौकाल बनाने की कोशिश की। जानकारी में पता चला कि फोटोबाज़ी का भूखा बंगाली बाबा साथ में एक फोटो ग्राफर भी लेकर गया था।
हालांकि गिरफ्तार दोनों आरोपी तौफ़ीक़ और गुड्डू दोनों असमाजिक तत्व हैं जिनसे इलाके के लोग परेशान हैं लेकिन यह बंगाली भक्त हैं इसलिए इनकी गिरफ्तारी पर बंगाली तिलमिलाया हुआ है। दोनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं जिसपर कमिश्नर को रिहा करने का अधिकार नहीं है लेकिन यह बात अनपढ़ बाबा बंगाली को कौन समझाए।
बंगाली के गुर्गों के खिलाफ़ मामला दर्ज होने के बाद बंगाली बाबा की इलाके में जम कर थू थू हो रही है क्योंकि बंगाली नागपाड़ा पुलिस थाने और नागपाड़ा पुलिस को अपनी जेब में रखने का दावा करता है लेकिन इस वारदात के बाद उसका यह दावा झूटा साबित हुआ जिसकी वजह से उसकी नाक कट गई अब बंगाली अपनी नाक बचाने के लिए इधर उधर हाथ पैर मार रहा है।
नागपाड़ा पुलिस थाने में विनायक सावदे के बाद कोई मर्द पुलिस वाला अगर पुलिस थाने में नियुक्त हुआ है तो वह संतोष बागवे है जिसने बंगाली गैंग की ईट से ईट बजा दी है और उससे बड़ी बात यह है कि बागवे ने बंगाली के आश्रम में हाजिरी नहीं दी जिसके बाद वह बुरी तरह से तिलमिलाया हुआ है।
हालांकि बंगाली भक्त इस बात का दावा कर रहे थे कि बंगाली बाबा की टच सीधे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है और वह जल्द ही बागवे का तबादला करवा देंगे। लकिन भक्तों को शायद इस बात की जानकारी नहीं है कि बागवे का एसीपी प्रमोशन 15 दिनों में है और अगर उनका प्रमोशन हो गया तो बंगाली भक्त यह भी कह कर क्रेडिट लेंगे कि उनका बाबा का चमत्कार है।
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