शाहिद अंसारी
मुंबई : मुंबई पुलिस के में तैनात इंस्पेक्टर नितिन अलखनूरे के बयान के बयान के बाद तत्कालीन एडिश्नल कमिश्नर और मौजूदा मुंबई के ज्वाइंट सीपी लॉ ऐंड ऑर्डर देवेन भारती ने आज CBI की विशेष अदालत में अपना बान दर्ज कराया। भारती ने अपने बयान में वही बात कही जिसके बारे में इंस्पेक्टर नितिन अलखनूरे ने पहले ही खुलासे कर चुके हैं। कोर्ट के सामने भारती ने कहा कि उन्होंने अपने ऑफीसरों के साथ साल 2015 में खार पुलिस थाने में तीन चार बार विजिट किए उन्होंने इस बारे में बतौर गवाह दो बार अपना बयान भी दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि साल 2007 में बतौर FPRO ( Foreign Regional registration ) तैनात थे इसलिए वह पीटर और इंद्राणी को जानते थे क्योंकि वह उनके कार्यालय में PIO और वीज़ा एक्सटेंशन के लिए आते जाते थे। वह 2012 में जब मुंबई क्राइम ब्रांच में बतौर एडिश्नल कमिश्नर तैनात थे तब अप्रैल के महीने में पीटर और इंद्राणी ने अपने रिश्तेदार के मुबाइल लोकेशन ट्रेस करने के लिए उनसे संपर्क किया इस विनती के बाद उन्होंने सीधे इंस्पेक्टर अलखनूरे को आदेश दिया कि वह उनके रिश्तेदार के मुबाइल के लोकेशन तलाश करें। उसके बाद अलखनूरे के जरिए जो लोकेशन उन्हें पता चला उसके बारे में उन्होंने पीटर और इंद्राणी को बता दिया था। उन्हें ठीक से याद नहीं लेकिन कुछ दिनों बाद पीटर और इंद्राणी ने उन्हें बताया कि उनके रिश्तेदार को उन्होंने तलाश कर लिया है इसलिए इस पर किसी तरह की जांच नही की गई। उन्होंने जब साल 2015 में (शीना बोरा हत्या कांड के मामले की जांच के दौरान ) खार पुलिस थाने गए और उस दौरान अलखनूरे से कहा कि वह नंबर जिसे पीटर और इंद्राणी ने साल 2012 में ट्रेस करने के लिए कहा था वह नंबर इस हत्याकांड (शीना बोरा) कांड से संबंध रखता है। उन्होंने कोर्ट मे बैठे पीटर और इंद्राणी की तरफ उंगलियों के इशारे से बताया कि यही दोनों हैं। कल भारती के बयन को लेकर बचाव पक्ष भी बहेस करेगा इसलिए वह कल फिर कोर्ट मे पेश होंगे।
ध्यान रहे देवेन भारती का शुमार नॉन करप्ट अधिकारियों मे होता है जिसकी सबसे बड़ी मिसाल यह है कि वह किसी भी पुलिस थाने का पानी नहीं पीते इसी लिए किसी के बाप में भी ताकत नहीं की कोई उनका कुछ करले। अब शीना बोरा हत्या कांड चूंकि केस सीबीआई के सुपुर्द किया गया है हालांकि सीबीआई के भी बाप में भी ताकत नहीं कि वह उनका कुछ करले।
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