शाहिद अंसारी
मुबंई:मुंबई कमिश्नर ऑफिस से सटे क्राफोड मार्केट के पास पार्किंग के नाम पर लाखों की वसूली करने वाले पार्किंग माफियाओं पर मुबंई के तत्कालीन डीसीपी ज़ोन 1 डॉ. रविंद्र शिशवे ने कार्रवाई का बिगुल बजाया था नतीजा यह हुआ की दक्षिण मुबंई के तकरीबन 25 पार्किंग स्टैंड जहां कार पार्किंग के नाम पर जमकर वसूली होती थी पार्किंग माफियों को उसे बंद करना पड़ा।कई जगहों की बीएमसी ने पार्किंग भी फ्री करदी थी।पार्किग माफियाओं की वसूली पर रोक लगाने के लिए बीएमसी और पुलिस कई अहम फैसले लिए थे जिनमें टोल नाका के तर्ज़ पर पार्किंग फीस लेने की बात कही गई थी और पार्किंग की फीस बिल पर प्रिंट रहेगी जिससे पार्किंग माफिया मन चाही वसूली नही करसकते।
ताज्जुब इस बात का कि जैसे ही ज़ोन 1 डॉ. रविंद्र शिशवे का प्रमोशन हुआ और नए डीसीपी डॉ. मनोज शर्मा के आने के बाद पार्किंग के नाम पर पार्किग माफिया फिर से सक्रीय होगए हैं।इस बार क्रिएटिव इंटरप्राइज़ेज़ नाम की कंपनी को वसूली का ठेका मिला।वसूली का यह ठेका 6 महीने के लिए इस कंपनी को दिया गया है।इस बार पार्किंग ठेका जिस कंपनी को मिला वह दूसरी कंपनी है लेकिन वसूली करने वाले लोग पहले वाले हैं।मतलब केवल नाम बदला है लोग वही हैं जो पहले से वसूली करते चले आरहे हैं।यह वसूली आज़ाद मैदान पुलिस थाने के अतंर्गत आती है।जहां पुलिस थाने की सहमति से पार्किंग माफिया वसूली के इस गोरख धंधे को अंजाम देते हैं।सबसे चौका देने वाली यह है कि इन लोगों के खिलाफ कई FIR भी दर्ज की जाचुकी है लेकिन स्थानी पुलिस थाने की मिलीभगत से इस गोरख धंधे को अंजाम दिया जाता है क्योंकि वसूली की रकम का एक हिस्सा स्थानी पुलिस थाने को भी पहुंचता है।
बिलकुल इसी तर्ज़ पर मनीष मार्किट जहां अवैध स्टाल लगाए जाते हैं और यहां इनकी जमकर दादागिरी होती है तत्कालीन डीसीपी रवींद्र शिशवे ने इसे गैर कानूनी धंधे को भी बंद करवाया था लेकिन उनके प्रमोशन के बाद स्थानी पुलिस थाने एमआरए मार्ग की सहमति के बाद यह गैर कानूनी कारोबार फिर से शूरू होगया क्योंकि स्थानी पुलिस थाने को यहां से भी जमकर मलाई खाने को मिलती है और हाकर्स की दादागिरी चलती रहती है।
इस बारे मे जब ज़ोन 1 के नए डीसीपी डॉ.मनोज शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्किंग माफियाओं के खिलाफ और हाकर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Post View : 4