Bombay Leaks desk
मुंबई:जिस पेड न्युज़ को लेकर उर्दू टाइम्स में घमासान युद्ध छिड़ा हुआ था और चाचा सईद से भतीजा इम्तियाज़ ने बगावत कर दूसरा अख़बार उर्दू न्युज़ नाम से शुरू किया।अब चुनाव जैसे जैसे सर पर आ रहा है वैसे वैसे दोनों अखबारों में पेड न्युज़ का सिलिसाल फिर से शुरू हो गया लेकिन चौंका देने वाली बात यह है कि पेड न्युज़ की इस रेस में भतीजा इम्तियाज़ ने बाज़ी मार चाचा सईद को पीछे छोड़ दिया।उर्दू मीडिया में भतीजे इम्तियाज़ के इस कारनामे को लेकर जम कर वाहवाही होरही है कि एक अखबार जो महेज़ चंद महीने ही शूरू हुआ इम्तियाज़ ने उसमें जी तोड़ मेहनत कर जम कर पेड न्युज़ हासिल की है।जबकि चाचा सईद की कोशिशों पर पानी फिरते नजर आरहा है
बीते 10 दिनों की बात की जाए तो भतीजे इम्तियाज़ ने समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार इरम सिद्दीकी और रईस शेख वहीं कांग्रेस से जावेद जुनेजा,अमीन पटेल,राजहंस सिंह,मनसे से सनी सानप,अखिल भारती सेना से गीता गावली की खबरें के ज़रिए चाटुकारिता कर यह साबित कर दिया कि पेड न्युज़ ज़्यादा हासिल करने के लिए उम्र और अनुभव की ज़रूरत नहीं।बस जुगाड़ और जेकपॉट और साथ में अखबार की धौंस की ज़रूरत होती है जो शायद चाचा सईद के अंदर नहीं है।बीते 10 दिनों में अगर उर्दू न्युज़ अखबार का अध्यन करेंगे तो आपको पता चलेगा की चुनाव जैसे जैसे करीब आरहे हैं वैसे वैसे इस अखबार ने पेड न्युज़ और चाटुकार खबरें छाप कर पेड न्युज़ खबरों की दुनिया में तहेलका मचा दिया।जबकि चाचा सईद इसी गलत फहमी में जी रहे थे कि इस चुनाव में वह पेड न्युज़ की मलाई अकेले ही पचा लेगें लेकिन इस बार चाचा सईद को शायद पेड न्युज़ से उतनी मलाई खाने नहीं मिलेगी जितने की वह अकेले खाने की अपेक्षा रखते थे।चाचा सईद यानी उर्दू टाइम्स के संपादक को समाजवादी पार्टी से अबू आसिम आज़मी कांग्रेस से आरिफ नसीम खान,एमआईएम से साजिद पटनी,और जावेद जुनेजा की ओर से मात्र एक ही पेड न्युज़ हासिल की है।
इलाके के सोशल वर्कर महमूद हकीमी ने कहा कि उर्दू न्युज़ के एडिटर इम्तियाज़ से पहचान होने के वजह से इम्तियाज़ उनसे और साहस फाँउडेशन के अध्यक्ष सय्यद फुरकान से खबर लिखने के लिए पैसे नहीं लेते लेकिन बाकियों से चुनाव तक खबर छापने और तारीफों के पुल बाँधने के लिए एक उम्मीदवार से तकरीबन ढाई लाख रूपए लेते हैं।
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