शाहिद अंसारी
मुंबई: Bombay Leaks द्वारा हाल ही में टाटा स्टारबक्स और दिल्ली की विनसन नाम की सेक्युरिटी कंपनी को लेकर एयरपोर्ट पर सुरक्षा के नियमों की धज्जियां उड़ाई जाने की ख़बर प्रकाशित की गई थी जिसके बाद टाटा स्टारबक्स ने इस मामले में इंटरनल जांच भी बिठाई है लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि अब तक B.C.A.S के रिजनल डायरेक्टर पी.यू मथाई ने इस मामले में कुछ भी कहने से चुप्पी साधी है मथाई इस मामले में कुछ भी बोलने से साफ़ बच रहे हैं।
वहीं इस मामले में विनसन के कर्मचारी जय प्रकाश यादव ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि वह पिछले 3 साल से विनसन की ओर से टाटा स्टारबक्स के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर नियुक्त किए गए थे उन्होंने विनसन कंपनी और टाटा स्टारबक्स के विरुद्ध लेबर कमिश्नर में शिकायत दर्ज कराई है अपनी शिकायत में जय प्रकाश यादव ने दोनों कंपनियों पर आरोप लगाते हे कहा कि विनसन कपंनी जिसने उन्हें नौकरी से निकाला है वह अवैध तरीका अपनाया है कंपनी ने उन्हें PF , ESIC की जानकारी से वंचित रखा है जय प्रकाश को अंदेशा है कि संबंधित कंपनियां उन्हें न तो सैलेरी स्लिप दी और न ही किसी प्रकार की और कोई जानकारी इसिलए संभव है कि PF , ESIC को लेकर बहुत बड़ा फर्ज़ीवाड़ा इस कंपनी में चल रहा है जिसकी जांच होना बहुत जरूरी है। जय प्रकाश ने Criminal Breach of Trust के तहेत संबंधित कंपनियों पर मामला दर्ज कराने की मांग की है और इसके अलावा पैसे वसूलना और सरकारी खज़ाने में उसे न जमा करने के लेकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि कि इस मामले को लेकर वह जल्द ही लेबर ऐक्ट के तहेत कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे क्योंकि उन्होंने दोनों कंपनियों को 24 घंटे का समय दिया था लेकिन दोनों कंपनियों के सर पर जूं तक नहीं रेंगी इसिलए आखिरी रास्ता उनके पास कोर्ट का है जहां वह जल्द ही दस्तक देने वाले हैं।
कैसे खटके कंपनी को जय प्रकाश
दरअसल जय प्रकाश पिछले 3 साल से विनसन द्वारा टाटा स्टारबक्स के लिए बतौर असिस्टेंट मैनेजर मुंबई एयरपोर्ट पर नियुक्त के गए थे उन्होंने इस दौरान विनसन कंपनी को बताया कि B.C.A.S /M.I.A.L के पास मिलने में उन्हें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जय प्रकास को संबंधित कंपनी विनसन से जवाब मिला कि वह अपना काम करें और इन मामलों से दूर रहें।
जय प्रकाश ने जब विनसन से अपना वेतन बढ़ाने की मांग की जिस पर कंपनी ने कहा कि वह उनका वेतन नहीं बढ़ा सकते क्योंकि उन्हें उनके साथ साथ टाटा स्टारबक्स के कर्मचारी अमूल अकोलकरऔर रंजीत कुमार को भी पैसे खिलाने पड़ते हैं लेकिन सुरक्षा को लेकर जय प्रकाश ने जो विनसन कंपनी से शिकायत की उस पर विनसन ने उन्हें गैर कानूनी तरीके से नौकरी से निकाल दिया।
दरअसल टाटा स्टारबक्स के कर्मचारी अमूल अकोलकर, और रंजीत कुमार यह विनसन को उनके आउटलेट में काम करने वाले टाटा स्टारबक्स के कर्मचारियों के पास बनाने का ठेका देते हैं जबकि वह ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि B.C.A.S के नियम स्पष्ट हैं लेकिन वह इन नियमों को ताक पर रख कर बाहरी कंपनी को नियुक्त करते हैं और उस कंपनी को टाटा के खजाने से मन चाहा पैसा देते हैं और बाद मे उनसे मलाई खाते हैं।
हमने इस बारे में विनसन कंपनी के डायरेक्टर श्री भगवान से बात की उन्होंने कहा कि वह 21 साल से इस क्षेत्र मे काम करते हैं कई एयरपोर्ट पर उनके कर्माचारी नियुक्त किए है हैरान कर देने वाली बात यह है कि एक भी एयरपोर्ट पर उनके खुद की किसी प्रकार की आफिस या आउटलेट नहीं हैं वह टाटा स्टारबक्स और दूसरी कंपनियों के आउटलेट मे बैठ कर अपना धंधा चमकाते हैं उन्होंने जय प्रकाश यादव के PF और ESI जुड़े दस्तावज़ भी भेजने की बात कही लेकिन अब तक उन्होंने नहीं भेजे। इससे साफ़ जहिर होता है कि एयरपोर्ट सुरक्षा के साथ साथ विनसन कंपनी में PF और ESI का भी बड़े पैमाने पर गोल मोल है।
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