मुंबई :मुंबई के एंटॉप हिल पुलिस थाने द्वारा एक महिला और पुरुष वकील को पीटने का मामला सामने आने के बाद एंटॉप हिल पुलिस थाने के सीनियर पीआई नासिर कुलकर्णी को तत्काल प्रभाव से ट्राफिक विभाग में तबादला कर दिया गया है महिला की यह वीडियो क्लिप सोशल साइट्स पर वायरल हुई जिसके बाद मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारयों ने संज्ञान में लेते हुए यह कार्रवाई की है।
हमने इस मामले को लेकर बारीकी से पड़ताल की जिसके बाद जो जानकारी हाथ लगी वह बहुत अहम है यह भी पता चला कि किस तरह से इस मामले को सियासी रंग दे कर माहौल अलग दिशा में और अलग ढंग से पेश करने कोशिश की गई है उन्होंने पुलिस को काल किया और यह शिकायत में यह बात कही की उन्हें सोसायटी के टॉयलेट में किसी ने बंद कर दिया है।
पुलिस को आए कॉल के मुताबिक पुलिस वहां पहुंची पुलिस के पहुंचने से पहले महिला टॉयलेट से बाहर थी लोगों की भीड़ थी महिला ने आरोप लगाया की उसे किसी ने बाहर से बंद किया था लेकिन पुलिस ने जब दरवाज़ा देखा तो यह बात सही नही लगी क्योंकि टॉयलेट में बाहर से बंद करने जैसा कुंडी सिस्टम नहीं था वह सिस्टम ऐसा था की उसे अंदर से ही बंद किया जा सकता है मामले को गंभीरता को देखते हुए पीड़िता को कार्रवाई के लिए थाने लाया गया।
पुलिस ने कुछ पूछ ताछ की जब पुलिस ने पीड़िता से एक सवाल किया की टॉयलेट में ऐसा लॉक ही नहीं है जिसे बाहर से बंद किया जाए यह लॉक ऐसा है जिसे अंदर से ही बंद किया जा सकता है इस सवाल पर पीड़िता आपे से बाहर हो गई और पुलिस वालों से बदतमीजी करने लगी सीनियर पीआई की केबिन में वह एफआईआर दर्ज करने की जिद कर रही थीं जिस पर उन्हें कहा गया की ऐसा मामला नहीं है जिस पर एफआईआर दर्ज की जा सके जिसके बाद पीड़िता और उसके सहयोगी दोनों ने बहेस की और जिद पर अड़ी रही की उनकी एफ आई आर ली जाए ।
पुलिस ने एन सी दर्ज करने की बात कही लेकिन मामले में एफआईआर दर्ज करने से इंकार किया क्योंकि प्राथमिक छान बीन में एफआईआर दर्ज करने जैसी घटना ही नहीं घाटी थी पुलिस के उस सवाल पर की टॉयलेट में बाहर से बंद करने के सिस्टम नहीं है तो यह बाहर से दरवाजा लॉक करने की बात गलत है जिसपर पीड़िता की खुद की चोरी पकड़े जाने पर पेडिता और उसके सहयोगी ने पुलिस थाने में जमकर उत्पाद मचाया।जिसपर बाकी पुलिस जवानों ने उन्हें ग्राउंड फ्लोर से पहले माले पर ले जाने की कोशिश की इस दौरान पीड़िता के सहयोगी ने जाने से इंकार किया जबरन ले जाने पर इधर उधर हाथ झटकने लगा जिसपर पुलिस वालों ने उसे पकड़ कर लेजाने की कोशिश की इसी दौरान पीड़िता ने भी वही हरकत की जो उसके सहयोगी ने की
मामले के दौरान बिल्डिंग सोसायटी के उन रहवासियों को भी थाने बुलाया गया था बाद में इस उत्पाद मचाने को लेकर पुलिस ने उन्हें पुलिस के साथ गलत बर्ताव करने के कारण 1250 रुपए का जुर्माना वसूल किया और माफी नामा लिखा कर छोड़ दिया गया लेकिन इस बीच उनका मेडिकल भी कराया गया जिसमें सब कुछ ठीक ठाक रहा।दर असल पीड़ित महिला जो पेशे से वकील हैं वह प्रैक्टिस नहीं करती पीड़िता अपने सहयोगी के यहां नौकरी करती हैं लेकिन न तो पीड़िता और न ही उनके सहयोगी किसी भी कोर्ट में प्रैक्टिस नहीं करते
मामले में पुलिस ने बीच बचाव किया उसके बाद दोनों बाहर आए और इस मामले में नया ट्विस्ट आता है क्षेत्रीय विधायक कैप्टन तमिल सेल्वन को भी गुमराह कर के उन्हें भी वैसे ही बात बताई गई जैसा पुलिस को गुमराह कर के एफ आई आर दर्ज करने के लिए कहा गया था लेकिन यहां राजनीति शुरू हुई कहा जाता है की तमिल सेल्वेन का और एंटॉप हिल पुलिस थाने का छत्तीस का आंकड़ा है जिसकी वजह से मामले को तूल पकड़ने में वक्त नहीं लगा।पीड़िता और उसके सहयोगी ने बाद में दूसरे हॉस्पिटल का रुख किया हॉस्पिटल में चलते फिरते नजर आए इसकी सीसीटीवी पुलिस के पास मौजूद है लेकिन अंदर जाने के बाद पैर में प्लास्टर चढ़ गया और एडमिट भी ही गईं जिसके बाद एक वीडियो सोशल साइट्स पी वायरल हुआ जिसमें पीड़िता ने आरोप ऐसा लगाया की पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री टॉर्चर कर उठी थी वायरल वीडियो में पीड़िता ने बताया की वह तीन बार बेहोश हुई उसे पुलिस वाले होश में लाते और मार मार के बेहोश कर देते थे।
कहानी में एक और ट्विस्ट सामने आया है जिस में पीड़िता और उसके सहयोगी व्यक्ति ने बिल्डिंग में मौजूद सोसायटी की नाक में दम कर लिया है वहां अपना सिक्का जमाने के लिए यह कोशिश की गई की किसी भी तरह से मामला दर्ज किया जाए ताकि इनकी भौंकाल बनी रहे।
Post View : 45402