सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले के नेतृत्व में कुर्ला पुलिस में पनपते सचिन वझे
वसूली की रकम कम मिलने पर दो छात्रों को 353 में भेज दिया जेल
पीड़ितो का आरोप-सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले के केबिन के अंदर अपराधियों की तरह मारकर वसूली जा रही थी रकम।
बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
मुंबई : हफ्ता वसूली का मास्टरमाइंड और मुंबई पुलिस का अधिकारी रहा सचिन वझे इस समय जेल की हवा खा रहा है।लेकिन सचिन वझे जैसे मुंबई पुलिस में सिपाही से अधिकारी तक पुलिस कर्मियों की भरमार है।लेकिन उनपर अंकुश लगा पाना काफी मुश्किल सा हो गया है।अब तक तो सुना था कि पुलिस अवैध कारोबार करने वालो से रकम वसूल करती थी।लेकिन अब शहर में कोई बिजनेस करना है तो पुलिस को हफ्ता देना जरूरी है।अन्यथा ज्यूरिडिक्शन के अंदर सीनियर पीआई से लेकर सिपाही तक आपको घुसकर मारेंगे और झूठा केस लगाकर कैरियर तबाह कर डालेंगे।जी हां मुंबई में सचिन वझे जैसे कुछ आफिसर कुर्ला पुलिस में पैदा हो चुके है।जी हाँ देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कुछ ऐसी ही खाकी वर्दी धारी की शर्मशार वारदात सीसीटीवी में उंसके गुनाहों की गवाही दे रही है।जहां हफ्ता वसूली की रकम पूरी न मिलने के चलते कुर्ला पुलिस के अधिकारियों ने न सिर्फ दुकान में घुसकर मारपीट की ,बल्कि दुकान में बैठे दो भाईयों पर झूठा केस करके दोनों छात्रों की जिंगदी बर्बाद कर दी।जबरन हफ्ता वसूली के कारनामों को लेकर कुर्ला पुलिस के अधिकारियों पर मजिस्ट्रेट के जांच की गाज गिर चुकी है।हालांकि अहम सवाल खड़ा होता है कि क्या सचिन वझे जैसे हफ्ता खोर पुलिस अधिकारियों पर लगाम कब और कैसे लगेगी।
गौरतलब है कि मुंबई कुर्ला वेस्ट में पुलिस स्टेशन के समीप सना फैशन नाम की एक दुकान है।सलीम अगवानी इस विगत 8 सालों से भाड़े की कुर्ला लेकर अपना कारोबार करते है। सलीम के साथ दुकान पर उनके दोनों बेटे अरबाज और अब्बास भी पिता के कामो में हाथ बटाते रहते है।घटना 20 दिसंबर 2022 की है।जब अरबाज और अब्बास कालेज की छुट्टी के बाद पिता की दुकान पर बैठे हुए थे।तभी अचानक कुर्ला पुलिस का अधिकारी रूपेश नागराल अपने लाव लश्कर के साथ दुकान के अंदर आ धमकता है।पीड़ितो के मुताबिक पुलिस अधिकारी रूपेश अब्बास से हाथापाई करने लगता है।उसके पिता से बात कराने को कहता है।दुकान में लगे हुए कपड़ो को नीचे गिरा देता है।बीच बचाव करने आये अब्बास के भाई अरबाज के साथ भी हाथापाई करने लगता है।इसके बाद दोनों भाइयों को किसी अपराधी की तरह उठाकर सीधा कुर्ला पुलिस स्टेशन के डिटेक्शन रूम पर बंद कर दिया जाता है।
पीड़ितो के मुताबिक कुर्ला पुलिस के डिटेक्शन रूम में दोनों भाइयों को बुरी तरह अपराधियों की तरह मारा जाता है।पीड़ितो के मुताबिक उन्हें जाति सूचक गालियां भी दी जाती है।आरोप है कि रूपेश नागराल द्वारा दुकान चलाने के लिए 15 हजार रुपये हफ्ता वसूली की मांग की गई थी।दुकान मालिक सलीम के मुताबिक 8 दिसंबर 2022 से कुर्ला पुलिस द्वारा उंसके जबरन हफ्ता वसूली की मांग की रही है।सलीम के मुताबिक उनके दोनों बेटों अरबाज और अब्बास को कुर्ला पुलिस के सीनियर इंस्पेक्टर रविन्द्र हवाले की आंखों के सामने मारा गया।यही नही कुर्ला पुलिस स्टेशन परिसर में जब सलीम के दोनों बेटों को अपराधियों की तरह मारा जा रहा था।तो उस दौरान कुर्ला पुलिस परिसर में मौजूद एक खबरी ने सलीम से मामले को मैनेज करने के लिए एक लाख की मांग भी की।सलीम के मुताबिक कम कद का चिकना से एक शख्स(खबरी) उसने आकर कहा कि 1 लाख में मामला खत्म करवा दूंगा।
दरअसल देखा जाए तो कुर्ला पुलिस के सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले के रिकार्ड से कोई अनजान नही है।रविन्द्र हवाले के पास कुर्ला पुलिस ज्यूरिडिक्शन की कमान है।बताया जाता है कि कुर्ला ज्यूरिडिक्शन में कई लाख का हफ्ता सीनियर के टेबल तक पहुचाता है।ऐसे में सीनियर पीआई ने अपने अधिकारियों को खुली छूट दे रखी है कि जो मनमर्जी हो करो, कानून तोड़ो ,झूठे केस बनाओ, या फिर खाकी को बदनाम करो।लेकिन सीनियर पीआई के टेबल पर हफ्ते की रकम पहुँचना जरूरी है।बता दें कि इससे पहले भी सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले अपने केबिन में केक कटवाते चर्चा में आये थे।हालांकि दोस्ती का हवाला देते हुए उनपर गिरी गाज से कुर्सी सुरक्षित कर लिया था।अभी कुछ माह पहले भी कुर्ला पुलिस पत्रकारो के साथ हुई मारपीट मामले में चर्चा में आई थी।जब न्यू नूर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पत्रकारों को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर मारा था।महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़ की थी।न्यू नूर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने महिला समेत तीनों पत्रकार को लहुलहान कर दिया था।बताया जाता है कि इस दौरान भी कुर्ला पुलिस के सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले ने अस्पताल इसे मजबूत पैसा लेकर मामले को रफा दफा करना चाहा।
हालांकि उच्च अधिकारियों की सख्ती के बाद न्यू नूर अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज हो गया था।यही नही बताया जाता है कि सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले का रिकार्ड काफी खराब है।बिना पैसे के सीनियर कभी कोई कदम नही उठाते।रविन्द्र हवाले के बारे में कहा जाता है कि वो स्वयं को कमिश्नर से कम नही समझते।उनके मुताबिक उनके ज्यूरिडिक्शन में किसी भी उच्च अधिकारी का हस्तक्षेप उन्हें पसंद नही।शायद यही वजह है कि कुर्ला सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले से उनके अपने उच्च अधिकारियों से कभी जमी नही।सूत्रों के मुताबिक सीनियर पीआई से उनके उच्च अधिकारी भी काफी नाराज चल रहे है।वजह आपकी अकड़ और ज्यूरिडिक्शन का इंचार्ज होने के कारण सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले स्वयं को शहर का कमिश्नर समझते है।जानकारों के सीनियर पीआई रविन्द्र हवाले से ही जुड़े उनके लोगों ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि यदि सीनियर पीआई के संपत्ति उनके रकम की जांच की जाए तो पैसों के मामले में यह अडानी अंबनी को भी पछाड़ देंगे।हालांकि सूत्रों के मुताबिक रविन्द्र हवाले काफी होशियार अधिकारी है।स्वयं को कैसे कब सेफ करना है यह उनमें काफी महारत हासिल है।देवनार पुलिस में पीआई रहे रविन्द्र हवाले वर्तमान में कुर्ला पुलिस में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के पद पर तैनात है।बताया जा रहा है कि अपने अंतिम कार्यकाल में रविन्द्र हवाले एसीपी बनने के लिए पूरी ताकत का इस्तेमाल करने में जुटे है।जाहिर है कि यदि ऐसे अधिकारी के हाथों एसीपी की कमान सौंप दी जाए तो उस ज्यूरिडिक्शन में सचिन वझे के रूप में कौन नजर आएगा ?
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