मुंबई :मुंबई के जेजे मार्ग पुलिस अवैध निर्माण करने वाले डी कंपनी के गुर्गे ज़ीशान शमशी को बचाने में कामयाब हुई जे जे मार्ग ने इस मामले में अपनी चार्जशीट दाखिल की है जबकि पुलिस थाने के रजिस्टर में शमशी के नाम के सामने किसी बात का जिक्र नहीं किया गया कि वह वांटेड है या गिरफ्तार किया गया या कुछ और जबकि दूसरे आरोपी जाफर मच्छी को पहले ही गिरफ्तार किया गया है वह अभी जेल में है।
जेजे मार्ग पुलिस थाने के जरिए डी. कंपनी की वफादारी के चर्चे न केवल पुलिस महकमे में है बल्कि अंडरवर्ल्ड में भी वाहवाही हो रही है क्योंकि इसके पहले इमरान कालिया को लेकर जेजे मार्ग पुलिस थाने की वफादारी ने भी जेजे मार्ग पुलिस का कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया वह अलग बात थी की साउथ रीज़न के तत्कालीन एडिशनल सीपी निशिथ मिश्र को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने डी कंपनी के वफादार जेजे मार्ग पुलिस थाने के पुलिस अफसरों की जमकर परेड ली और फिर इमरान कालिया के खिलाफ वही पुलिस कर्मियों ने कार्रवाई की जो उसके और उसके बिल्डर आका के पे रोल पर काम करते थे। बावजूद इसके वफादारी का भूत आज भी सवार है।
जानकारी में इस बात का पता चला है कि इस चार्जशीट को दाखिल करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को अँधेरे में रखा गया है ताकि आरोपी जीशान शमशी को बचाया जा सके हालांकि पिछले मही 16 से 20 तारीख के दरमियान आरोपी जीशान शमशी और जेजे मार्ग सीनियर पीआई बोराटे एक अधिकारी की केबिन में बैठे उसे बचाने की प्लानिंग कर रहे थे इस मीटिंग के लिए आरोपी उस जगह की रजिस्टर मे एंट्री की है यह वही अधिकारी हैं जिन्होंने शमशी को बचाने के लिए जमकर मलाई खाई है बीएमसी की तोड़क कार्रवाई के दौरान भी इस अधिकारी की वहां मौजूदगी रही अधिकारी ने बीएमसी अफसरों को तोड़क कार्रवाई मे नरमी बरतने के लिए कहा जबकि जेजे मार्ग पुलिस थाने के दूसरे अफसरों के सामने इस अधिकारी की दाल नहीं गल सके और बीएमसी ने जमकर हथौड़े चलाए।
जानकारी में यह बात भी सामने आई है कि ज़ोनल डीसीपी शशि कुमार मीना को इन सब की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने अपनी आंख और कान बंद रखे जिसके बाद महकमा पुलिस में यह चर्चा चल रही है कि क्या डी कंपनी की वफादारी की आंच उन तक भी पहुंच गई क्योंकि बिना किसी वरिष्ठ अधिकारी के संज्ञान के इस तरह के संवेदनशील मामलों की चार्जशीट कैसे दाखिल की जा सकती है हालांकि उनकी बेहतर कार्दकरदगियों को देखते हुए उनका ट्रांस्फर एल.ए में कर दिया गया था।
11 अप्रेल 2021 को जेजे मार्ग पुलिस थाने की हद में काजीपुरा वाटर गली मे एक अवैध निर्माण इमारत में 14 साल के बिलाल की काम करने के कारण करेंट लग कर मौत हो गई थी जेजे मार्ग पुलिस थाने ने इस मामले में पहले गोल मोल करना चाहा लेकिन मजबूरन दो लोगों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया इनमें डी कंपनी के गुर्गे जाफर मच्छी और ज़ीशान शम्शी के खिलाफ़ गैर इरादतन हत्या और अपराध की वारदात अंजाम देने के तहेत मामला दर्ज किया गया वरिष्ठ अधिकारियों के सख्ती के बाद जेजे मार्ग पुलिस थाने ने जाफर मच्छी को गिरफ्तार किया लेकिन जीशान शम्शी को छोड़ दिया इस दौरान सीनियर पीआई बोराटे और एक डिवीज़नल एसीपी ने जम कर मलाई खाई और चार्जशीट दाखिल करने के दौरान शमशी को बचा लिया जबकि जेजे मार्ग पुलिस थाने की अपराध रजिस्टर में शमशी के नाम के सामने खाली रखा गया ताकि को इसके बारे में पता न चल सके इसी दौरान मामला गरमाया तो जेजे मार्ग पुलिस थाने के सीनियर पीआई बोराटे छुट्टी लेकर गायब हो गए।
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