बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत से गदगद विपक्षी दलों ने लोकसभा चुनाव से पहले एकजुट होने के प्रयास तेज कर दिए हैं। नीतीश कुमार ने तो दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात कर डाली। वहीं अब एनसीपी चीफ शरद पवार ने विपक्ष के प्रधानमंत्री उम्मीदवार के सवाल पर बड़ा बयान दिया है कि वे इस बार चुनाव ही नही लड़ रहे।एनसीपी चीफ पवार ने स्वयं को लोकसभा चुनाव मैदान से दूर रहने का संकेत देते हुए राहुल गांधी की।जमकर तारीफ भी कर डाली।
गौरतलब है कि शरद पवार ने कहा, ‘मेरी कोशिश विपक्ष को साथ लाने की है, ऐसी ही कोशिश बिहार के सीएम नीतीश कुमार कर रहे हैं। मैं अगला चुनाव नहीं लड़ रहा हूं तो पीएम उम्मीदवार बनने का सवाल ही कहां है। मैं पीएम बनने की रेस में नहीं हूं। हमें ऐसा नेतृत्व चाहिए जो देश के विकास के लिए काम कर सके।एनसीपी प्रमुख ने इस मौके पर राहुल गांधी की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि ‘कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पदयात्रा का सबसे अच्छा उदाहरण है। राहुल गांधी के बारे में कोई कुछ भी कहे, मुझे यकीन है कि लोग राहुल गांधी की विचारधारा को मजबूत करेंगे।पवार ने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर पवार ने राहुल गांधी की तारीफ भी की।पवार के मुताबिक कर्नाटक में कांग्रेस को मिली जीत राहुल की पदयात्रा की सफलता का सबसे अच्छा उदाहरण हैं।कहा कि मुझे यकीन है कि लोग राहुल गांधी की विचारधारा को मजबूत करेंगे।हालांकि बीते दिनों में कई मौकों पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन अप्रत्यक्ष तरीके से राहुल गांधी का उन मुद्दों पर साथ नहीं दिया था, जिनके जरिए वह पीएम मोदी को घेरना चाह रहे थे।इनमें अडानी मामला, सावरकर विवाद जैसे मामले प्रमुखता से शामिल थे।वहीं एनसीपी प्रमुख ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा राज्य के एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल से पूछताछ का जिक्र करते हुए मोदी सरकार की जमकर आलोचना भी पवार ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के घोर दुरुपयोग का आरोप लगाया कि इसके जरिए सरकार विपक्षी नेताओं को परेशान करने की मंशा रखती है।उन्होंने कहा कि हो सकता है कि भाजपा एनसीपी का इस तरीके से उत्पीड़न कर हमसे कुछ हासिल करना चाहती हो, हम उन्हें संतुष्ट नहीं करने जा रहे हैं।कहा कि ईडी, सीबीआई का जिस तरह से गलत उपयोग किया जा रहा है इसका उदाहरण महाराष्ट्र में दिख रहा है।हमारे पास एक लिस्ट है। एनसीपी के 10 नेताओं को एन्क्वायरी के लिए बुलाया गया।अनिल देशमुख को 13-14 महीने जेल में रखा। शुरुआत में उनपर शिक्षण संस्था के लिए 100 करोड़ रुपये लेने का केस लगाया था और एन्क्वायरी के बाद जो आरोपपत्र दाखिल किया तो 100 करोड़ की रकम 1.5 करोड़ पर आ गई।यह सब अतिरंजित आरोप है. परमबीर सिंह पर कितने केस हैं, उसकी एन्क्वायरी सरकार को करनी चाहिए।पवार ने महाराष्ट्र में बनी महाविकास अघाड़ी को लेकर बयान दिया कि अब तक तीनों पक्षों द्वारा(सीट बंटवारे के) मामले पर चर्चा नहीं की गई है।उन्होंने कहा, हम सभी एकजुट होकर काम कर रहे हैं। एमवीए सहयोगी जल्द ही एक साथ बैठेंगे और आगामी बीएमसी चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर चर्चा करेंगे।
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