मुंबई:मुंबई इस दिनों SBUT पूर्व और मौजूदा जिम्मेदारों में घमासान चल रही है दर असल पंजाब महेल बिल्डिंग को ध्वस्त करने का ठेका मुर्तुजा आलमदार ने किसी दूसरे को दे दिया जिसके कारण मामला गरम हो गया जबकि इस बिल्डिंग का ठेका पहले ही ताइजून ने नफीस नाम के व्यक्ति को दे दिया था जिसके बाद नफीस ने पहले पुलिस थाने और अब कोर्ट में दस्तक दी है।
कौन है मुर्तुजा अलमदार
ताइजून से पहले मुर्तुजा अलमदारा SBUT में कार्यरत थे लेकिन SBUT के हित में कार्य करने के बजाए अपने हित को सोचते हुए यहां से जम कर मलाई खाई और यहां रहते हुए बाहर कई सारे प्रोजेक्ट में करोड़ों का निवेश किया मामले की जानकारी जैसे हिनुपर हुई तो मुर्तुजा अलमदार को बाहर का रास्ता दिखाया गया और ताइजुन को उनको जगह नियुक्त किया गया।
ताइजून की नियुक्ति के बाद SBUT के कई बड़े रुके काम पूरे हुए लेकिन किसी कारण ताइजुन भी ज्यादा दिन तक टिक न सके और उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखाया गया और इस बीच मुर्तुजा अलमदार ने फिर से चक्कर चलाया और SBUT में फिर से उनकी एंट्री हुई हालांकि और लूट मार का सिलसला फिर से शुरु हुआ यही नहीं बिल्डिंगों को ध्वस्त करने के नाम पर जो ठेके मुर्तिजा ने दिए उन सब का हिसाब किताब का रिकार्ड नहीं है क्योंकि खुद मलाई खाने और खुद का जेब भरने के चक्कर में सारे लेन देन कैश में लिए जा रहे हैं।
इनमें मुसाफ़िर खाना मस्जिद का मामला चर्चे में है बीच में मुर्तुजा ने डेढ़ शानपटी करते हुए BMC से इसे ध्वस्त करवा दिया लेकिन मस्जिद को ध्वस्त करने में उसे नाकामी हाथ लगी लेकिन जब मलबा उठाने को बात आई तो यहां भी डेढ़ शानपटी करने की कोशिश की ताकि एक तीर से कई शिकार किए का सके।
मुर्तुजा के एक ठेकेदार को BMC द्वारा तोड़े गए मलबे को हटाने के नाम पर पूरा मुसाफिर खाना ही हटाने का छलावा दे रहे थे लेकिन ठेकदार ने माना कर दिया।
चूंकि मुर्तुजा अलमदार डरपोक है इसी लिए कूटनीति और चाणक्य नीति का सहारा लेकर इलाके में तना तनी का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे ताकि ठेकेदार बिल्डिंग तोड़ने के लिए आपस में लड़ें मारें और इस लड़ने मरने में वह अपना उल्लू सीधा कर ले।
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