मुंबई: मुंबई के पायधूनी पुलिस थाने इलाके के कचरा डॉन और छोटा शकील के पंटर हाजी अमीन के सितारे गर्दिश कर रहे हैं क्योंकि मुंबई की पायधूनी पुलिस हाजी अमीन उर्फ कचरा डॉन को उसके आका तारिक परवीन के पास मोका के रास्ते जेल भेजने की तय्यारी में जुटी है पायधूनी पुलिस थाने के सीनियर पीआई श्रीकांत पाटिल कचरा डॉन हाजी अमीन की कुंडली खंगालते हुए उसकी फाइल अपने टेबल पर रखी है।
दरअसल पायधूनी पुलिस थाने में इलाक के ही एक कारोबारी सरफराज़ मेमन की शिकायत पर हरकत में आ गई है इससे पहले ही कचरा डॉन हाजी अमीन को सीनियर पीआई श्रीकांत पाटिल ने सरेआम मोका की खुशखबरी दे दी है जिसके बाद से हाजी अमीन उर्फ कचरा डॉन खौफ के साए में जी रहा है कयास यह भी लगाया जा रहा है कि यह ईद हाजी अमीन की आखिरी ईद हो सकती है इसके बाद उस सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक सरफराज़ मेमन की शिकायत थी की कचरा डॉन की ऑफिस के बाहर परवेज कालिया ताजिया बिठाता था लेकिन परवेज के इंतेकाल के बाद हाजी अमीन के गुर्गों ने वहां ताजिया की जगह धंधा लागाना शुरु कर दिया जैसे ही सरफराज़ मेमन ने वहां ताजिया रखने की परम्परा को आगे बढ़ाने की कोशिश तो कचरा डॉन ने उसे खतरनाक तरीके से गाली गलोच करते हुए धमकी दी जिसके बाद सरफराज़ ने पायधूनी पुलिस थाने का रुख किया।
कचरा डॉन को पायधूनी पुलिस थाने की ओर से मिली चेतावनी की बाद वह इलाके से नौ दो ग्यारह हो गया था क्योंकि उसके घर पर पुलिस की फौज पहुंच गई थी कचरा डॉन ने पुलिस थाने से ट्युनिंग सेटिंग जमाने के लिए और मोका से बचने के लिए इलाके के ही एख पुलिसिया दलाल अशफ़क ऐंटिक के साथ पायधूनी पुलिस थाने में मिठ्ठागिरी करने पहुंचा था ताकि पुलिसिया शरण लेने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई ना हो।
जानाकारी में यह बात भी सामने आई है कि अशफ़क ऐंटिक कचरा डॉन हाजी अमीन को बचाने के लिए एडिशनल सीपी रैंक के एक सीनियर अफसर से बात चीत की है कि किसी भी तरह कचरा डॉन पर मोका के तहेत कार्रवाई न हो इस सीनियर अफसर ने पायधूनी पुलिस थाने के सीनियर पीआई को काल भी किया था जिसके बाद कचरा डॉन पर मोका के तहेत होने वाली कार्रवाई में टालमटोल होते दिखाई दे रही है। यह वही एडिशनल सीपी हैं जिन्होंने डोंगरी पुलिस थाने में जावेद श्राफ के खिलाफ़ दर्ज हुई एफ आई आर दर्ज होने के बाद उसे बचाने की कोशिश में लगे थे।
कौन है कचरा डॉन
कटरा डॉन छोटा शकील का पंटर है जो एक जमाने से डी कंपनी के लिए काम करता है जिसपर कई केसेस हैं लेकिन हमेशा किसी असर व रुसूख के वजह से उस पर सख्त कार्रवाई होने से बच जाती है बीएमसी में कचरे की गाड़ियों के टेंडर एक लंबे समय से हाजी अमीन को मिलता है जिसमें उसने हजारो करोडों रूपए बना लिए जिसके बाद उसका नाम कचरा डॉन पड़ा।
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