• 8 घंटे की कस्टडी के बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को मिली जमानत।
मुंबई ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स
मुंबई : महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी को लेकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को हिरासत में लेने कर 8 घण्टे बाद देर रात उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।राणे को गिरफ्तार करने के बाद रायगढ़ के महाड में मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया था। जज ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजे जाने का आदेश दिया था। इसके बाद राणे के वकीलों ने तुरंत जमानत अर्जी दाखिल कर दी। नारायण राणे के वकीलों ने उनके स्वास्थ्य का हवाला देते हुए जमानत की अपील की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। कोर्ट ने उन्हें 15000 रुपए के निजी मुचलके पर रिहा कर दिया।
महाराष्ट्र कोंकण में दबंग नेता के तौर पर पहचान बनाने वाले वर्तमान केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बयानों को लेकर शिवसैनिकों का आक्रोश सड़कों पर दिखने लगा है।नारायण राणे ने हाल ही में उद्धव ठाकरे को लेकर एक बयान दिया था।जिसमें उन्होंने ठाकरे की आलोचना करते हुए उन्हें थप्पड़ तक मारने की बात कही थी। जिसके बाद मुंबई में जगह जगह राणे के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए । मुंबई समेत राज्य भर में बीजेपी दफ्तर पर शिवसैनिक जमकर उत्पात मचाते हुए राणे की जल्द गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे।मुंबई समेत राज्य के कई थानों में केंद्रीय मंत्री राणे पर आपत्तिजनक बयानों के चलते मामला दर्ज कर लिया गया।
महाराष्ट्र के नासिक में बीजेपी दफ्तर पर हुए हमले में शिवसैनिकों पर आरोप लगाया गया।
महाराष्ट्र के मुंबई ,अमरावती ,रत्नागिरी नासिक एवं अन्य शहरों में शिवसैनिकों ने प्रदर्शन करते हुए राणे की गिरफ्तारी की मांग की।वहीं राणे के बेटे नीतीश राणे ने मुंबई पुलिस के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा है कि रत्नागिरी के पास उनको रोकते हुए पुलिस द्वारा पीटने की कोशिश करते उन्हें धमकी दी गई।
दरअसल नारायण राणे इन दिनों भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरे पर है।हाल ही में राणे ने नासिक में जाकर बयान देते हुए सीएम ठाकरे पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था।यही नही राणे ने सीएम ठाकरे को थप्पड़ तक मारने की बात कही थी।राणे द्वारा सीएम ठाकरे की आलोचना के खिलाफ नासिक पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच तेज़ कर दी थी।
राणे के खिलाफ शिवसैनिकों का गुस्सा सड़को पर फूट पड़ा।राणे ने ठाकरे की आलोचना अपनी यात्रा के दौरान रायगढ़ में की थी।राणे ने ठाकरे पर आलोचना करते हुए कहा था कि ठाकरे यह भूल चुके है कि देश कब आज़ाद हुआ था।साल भूलने के बाद ठाकरे ने अपने सहयोगी से पूछा था।कहा कि शर्मनाक बात है कि एक सीएम को यह नही पता कि देश को आज़ाद हुए कितने साल हुए है।कहा कि यदि मैं वहां पर उपस्थित होता तो ठाकरे को ज़ोरदार थप्पड़ मारता।राणे द्वारा ठाकरे की आलोचना के बाद राज्य के चार अलग अलग थानों में मामला दर्ज किया गया है।
राणे की दिन में हुई गिरफ्तारी के बाद उन्हें रिमांड के लिए महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट में ले जाया गया था। जहां पर मजिस्ट्रेट बाबासाहेब शेख पाटिल की बेंच में राणे की पेशी हुई। इस दौरान एडवोकेट अनिकेत उज्जवल निकम और एडवोकेट भाऊ सालुंके नारायण राणे ने मजिस्ट्रेट के सामने नारायण राणे का पक्ष रखा। मामले की सुनवाई के दौरान नारायण राणे के बेटे विधायक नितेश राणे और नारायण राणे की पत्नी नीलिमा भी कोर्ट में मौजूद थीं। कोर्ट ने पहले उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। लेकिन नारायण राणे के वकील ने तुरंत जमानत की अर्जी दाखिल कर दी। इसके बाद कोर्ट की ओर से उन्हें जमानत दे दी गई। इससे पूर्व प्रोटोकॉल के अनुसार राज्यसभा सभापति कार्यालय को नारायण राणे की गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना दे दी गई थी।
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