बॉम्बे लीक्स ,महारास्ट्र
मुंबई : अमरावती से भाजपा समर्थिक निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा दोबारा जेल जा सकते है।आरोप है कि बेल पर रिहा होने के बाद नवनीत राणा ने कोर्ट के आदेश का उलंघन करते हुये फिर से सीएम उद्धव को चुनौती दे डाली।जिसे लेकर महाराष्ट्र सरकार ने नवनीत राणा की जमानत के खिलाफ याचिका दायर कर दी है।राज्य की तरफ से दर्ज की गई याचिका पर 18 मई को राणा दंपति को मुंबई की विशेष अदालत में हाजिर होना होगा।क्योंकि मुंबई पुलिस की राणा दंपती की जमानत खारिज करने की याचिका पर अदालत ने उन्हें तलब किया है। मुंबई पुलिस ने राणा दंपती की जमानत इस आधार पर खारिज करने की याचिका दी है कि उन्होंने पिछले हफ्ते विशेष अदालत की ओर से मंजूर जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया है।ऐसे में मुंबई पुलिस की मांग है कि राणा दंपति की रिहाई को निरस्त किया जाए।
दरअसल सांसद नवनीत राणा ने बेल पर बाहर आने के बाद फिर से शिवसेना पर हमला बोलकर मीडिया को बयान दे डाला है। नवनीत राणा ने अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद ही उद्धव सरकार पर हमलावर होकर मीडिया को बयान दिया कि हनुमान चालीसा का पाठ एक धार्मिक लड़ाई है जिसे वह जारी रखेंगी।यही नही नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे को अपने मुकाबले चुनाव लड़ने की भी चुनौती देते हुए कहा है कि उनमें अगर हिम्मत है तो मेरे खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाए।नवनीत राणा को जेल से बाहर निकलने पर सीने में दर्द और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया था।नवनीत राणा के मीडिया में दिए गए बयान को लेकर महारास्ट्र सरकार ने एतराज जताया है।नवनीत राणा के बयान के मुताबिक कि ‘मैं उद्धव ठाकरे को चुनौती देती हूं कि यदि वे चाहें तो मेरे खिलाफ किसी भी क्षेत्र से चुनाव लड़कर दिखाए। कहा कि मैं आपके खिलाफ चुनाव लड़कर दिखा दूंगी कि एक महिला की शक्ति क्या होती है।आगे कहा कि उद्धव सरकार से पूछना चाहती हूं कि आखिर मेरी गलती क्या थी जिसकी सज़ा मुझे दी गई।कहा कि अगर हनुमान चालीसा पढ़ना अपराध है तो फिर मैं 14 दिन नहीं बल्कि 14 सालों के लिए जेल जाने को तैयार हूं।
।नवनीत राणा के पति रवि राणा ने जेल अधिकारियों पर अपनी पत्नी नवनीत राणा की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर ध्यान न देने का भी आरोप लगा चुके थे।जिसके बाद जमानत पर मिली रिहाई के तत्काल बाद मुंबई की भायखला जेल से नवनीत राणा ने अपना मेडिकल चेकअप कराते हुए लीलावती अस्पताल में भर्ती हो गई थी।वहीं नवनीत राणा के वकीलों ने कोर्ट में उन्हें चिकित्सकीय परीक्षण से वंचित रखने का दावा करते हुए कहा था कि अगर उनकी बीमारी बिगड़ती है, तो इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी। राज्य सरकार के मंत्री अब्दुल सत्तार ने नवनीत राणा के बयान पर कहा कि महाराष्ट्र पुलिस बयानों की जांच के साथ ही लीगल एडवाइजर से सलाह करेगी।कहा कि नवनीत ने कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है।ऐसे में उन्हें दोबारा जेल में जाना चाहिए।कहा कि, हैरत वाली बात है कि वह जवाबदार लोग हैं।जिन शर्तो पर जमानत मिली उन्हीं शर्तो को तोड़कर बयान बाज़ी करना मतलब कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट होना चाहिए।राणा दंपति पर राजद्रोह और दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने का आरोप है। नवनीत राणा महाराष्ट्र के अमरावती से लोकसभा सांसद हैं।जबकिं उनके पति रवि राणा अमरावती बाड़नेर से विधायक हैं। इन दोनों को मुंबई पुलिस सीएम ठाकरे के निवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा किये जाने के बयान के बाद 23 अप्रैल को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
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