• देवरिया का डॉक्टर भी संक्रमण की चपेट में- मरीज़ों के आस पास के इलाकों में सैंपल टेस्ट में तेज़ी का आदेश।
लखनऊ ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स
लखनऊ : सीएम योगी के उत्तर प्रदेश में भी डेल्टा प्लस वेरिएंट ने पैर पसारने शुरू कर दिए है। सूबे में मिले इस संक्रमण के दो मरीज़ों में डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि के बाद स्वस्थ विभाग के हाथ पावँ फूलने लगे है।
खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश के दो मरीजों में डेल्टा प्लस वेरिएंट होने की पुष्टि दर्ज की गई है।बताया जा रहा है कि इस संक्रमण से पीड़ित एक मरीज़ की मौत भी हो चुकी है।जबकि दूसरा मरीज़ होम आइसोलेट में रहकर अपना इलाज करा रहा है।खबर के मुताबिक इस संक्रमण से पीड़ित एक मरीज़ सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर का रहने वाला था।जिसकी उम्र लगभग 66 साल बताई जा रही है।जांच के दौरान पीढित मरीज़ की मौत हो जाने की ख़बर सामने आई है।
जबकि डेल्टा प्लस वेरिएंट से पीढित दूसरा मरीज़ देवरिया का रहने वाला है।वो एक रेजिडेंट डॉक्टर बताया जा रहा है। रेजीडेंट डॉक्टर का होम आइसोलेशन में रहकर इलाज चल रहा है। डेल्टा प्लस वेरियंट की पुष्टि के बाद स्वस्थ विभाग के हाथ पांव फूल गए।इसके बाद इन दोनों मरीज़ों के संपर्क में रहने वाले परिजनों व अन्य लोगों की जांच के बाद राहत की बात यह रही कि किसी में भी कोविड का संक्रमण सामने नही आया। सभी की कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद स्वस्थ विभाग को राहत मिली है।
स्वस्थ विभाग के अनुसार जांच के दौरान पाया गया है कि दोनों मरीजी की किसी प्रकार की कोई ट्रेवेल हिस्ट्री भी नहीं है। ऐसे में यह नया वैरिएंट कैसे और कहां से आया है।इसे लेकर जहां चर्चाओं का बाज़ार गर्म है तो वही यह स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चुनौती बन गया है।
खबर के मुताबिक अप्रैल और मई माह में गोरखपुर एवं आसपास के इलाकों से 30 सैंपल जांच के लिए इंस्टिट्यूट ऑफ जेनोमिक एंड इंटरगेटिव बायोलॉजी की लैब में टेस्ट के लिए भेजे गए। जहां जांच के दौरान 27 सैंपल में डेल्टा वेरिएंट का मामला दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि टेस्ट रिपोर्ट के अनुसार एक में कप्पा वेरिएंट और दो सैंपल में डेल्टा प्लस वेरिएंट पाया गया। इसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच पड़ताल कराई। जांच के दौरान डेल्टा प्लस वाला एक सैंपल देवरिया निवासी 66 साल के वृद्ध का था, जिसकी 29 मई को मौत हो चुकी है। इसी तरह दूसरा सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज की रेजीडेंट डॉक्टर का था। बताया जा रहा है कि होम आइसोलेशन में रह कर यह संक्रमित डॉक्टर अब ठीक हो चुकी हैं।
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनों के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की भी जांच कराई। बताया जा रहा है कि सभी की रिपोर्ट निगेटिव दर्ज की गई है। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के अनुसार डेल्टा प्लस के दो केस सामने आने के बाद प्रदेश में सावधानी बढ़ा दी गई है। दोनों मरीज़ों के आस पास के संबंधित इलाके के लोगों के सैंपल तादाद में वृद्धि कर दी गई है।ताकि किसी प्रकार की लापरवाही से बचा जा सके। खबर लिखे जाने तक किसी अन्य मरीज़ों में डेल्टा प्लस वेरियंट के अन्य मामले दर्ज नही किये गए है।
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