मुंबई : मुंबई अरब सागर में ऑयल माफिया इन दिनों फिर से सक्रीय हैं चांद मदार की हत्या के बाद अरब सागर में कुछ दिनों तक अलग अलग गैंग के गुर्गे समुंद्र में तेल की तस्करी करते थे कभी कार्रवाई होती तो कुछ दिन के लिए तस्करी बंद हो जाती लेकिन समुंद्र में डीजल की तस्करी का यह खेल फिर से शुरु हो जाता है।
मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों यलो गेट पुलिस थाने की नाक के नीचे चांद मदार का भाई अनवर मदार समुंद्रेम पुरी तरह से सक्रीय है उसके साथ साथ इश्तियाक शेख जो कभी चांद मदार का पंटर था वह भी सक्रीय है कुंदन महात्रे जो की बेलापुर समुंद्री क्षेत्र में सक्रीय है दिनेश गायकवाड़ उर्फ़ कड़िया ,गणेश कोली यह उरन क्षेत्र में सक्रीय हैं।
वहीं रेवस अली बाग क्षेत्र में गणेश कोली उर्फ़ गनिया ,कमलेश कोली , बल्लादेव नाकवा , विदेश्वर नाकवा, सूरज कोली, दादर गांव पेन में चंद्रकांत पाटिल ,निलेश चंद्रकांत पाटिल , राजन नाइक, कमलेश महाराज ,जगन , विनोद महात्रे के नाम डीजल तस्करी में सब से आगे है।
अरब सागर में डीज़ल की तस्करी के लिए कई एजेंट इन दिनों सक्रीय हैं इनका का काम है बड़े पानी के जहाज़ से आयल माफियाओं की डील कराना जो सेटेलाइट फोन के माध्यम से ही बात चीत करते हैं ताकि किसी को कानों कान ख़बर न हो।इनके नाम सुनील रॉय, विवेक राय ,जुबैर हैं।
दर असल समुंद्र में तेल की तस्करी के लिए मछुवारों की बोट का सहारा लिया जाता है उन्हें लेकर बड़ी जहाजों के पास जा कर उनसे तस्करी का तेल डालर में खरीदा जाता है उसके और यह लेन देन का काम एजेंट के जरिए होता है मछुवारों की बोट इस्तेमाल करने के पीछे का मकसद है को यह आसन तरीका है एजेंसियों को गुमराह करने का और पकड़े जाने पर मछुवारे आसानी से समुंद्र में तैर कर भाग जाते हैं
समुंद्र में सक्रीय ऑयल माफियाओं में कई पर तेल चोरी तेल की पाईप लाईन चोरी के कई मामले दर्ज हैं मामले दर्ज होने के बाद कुछ दिनों तक रोपोश रहे हैं लेकिन बाद में फिर तेल तस्करी का यह कारोबार शुरु कर देते हैं।
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