बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
मुंबई : मुंबई के साकीनाका में दिल्ली की निर्भया जैसा रेप कांड के बाद महाराष्ट्र सरकार सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के दिशा-निर्देशों के बाद अब मुंबई पुलिस कमिश्नर ने शहर के सभी थाने में महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ बनाने का फैसला किया है।इस दस्ते में पीएसआई या एएसआई रैंक की एक महिला अधिकारी, एक महिला और एक पुरुष कांस्टेबल और एक ड्राइवर शामिल होगा।मुंबई पुलिस द्वारा उठाये गए इस कदम से शहर में महिलाओं को सुरक्षा दी जा सकेगी।जानकारी के मुताबिक यह दस्ता संवेदनशील स्थानों पर लगातार पेट्रोलिंग करेगा और महिलाओं को तुरंत मदद देने का काम करेगा।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सीएम उद्धव ठाकरे के साथ हुई उच्च पुलिस अधिकारियों की बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया है।सीएम ठाकरे ने बैठक में निर्देश जारी किया था कि वह मुंबई को सुरक्षित शहर के रूप में देखा जाता है। ऐसे में यह छवि खराब न हो इसीलिए पुलिस को और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।सीएम ने पुलिस अधिकारियों को शहर में पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि हर पुलिस स्टेशन में महिला अधिकारियों का समावेश होने वाले निर्भया पथक ने महिलाओं के लिए असुरक्षित ऐसे हॉटस्पॉट्स निश्चित की जाए।
मुंबई में साकीनाका रेप और मर्डर के बाद मुंबई पुलिस महिला सुरक्षा के लिए चौकसी और बढ़ाएगी। पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने इसके लिए सोमवार को 11 स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू करने का आदेश जारी किया। इसमें महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को वरीयता देते हुए पुलिस गश्त प्रक्रिया को और अधिक व्यावहारिक बनाने पर जोर दिया गया है।
इसी के साथ ही मुंबई में सभी रेलवे स्टेशनों के बाहर रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक पुलिस की एक वैन खड़ी रहेगी। इस दौरान आसपास के परिसर में उपस्थित अकेली महिला को देखकर डयूटी पर तैनात पुलिसकर्मी उस महिला से पूछताछ करेगी। संदिग्ध लगने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अगर वह जरूरतमंद होगी, तो तुरंत उसकी मदद की जाएगी। स्टेशन से घर तक जाने की भी व्यवस्था पुलिसकर्मी ही करेंगे। पुलिस उस महिला को जिस वाहन में बिठाकर घर भेजेगी, उसका का नंबर और चालक का नाम पुलिसकर्मी को रिकॉर्ड करना होगा।
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