मुंबई : एडोकेट जमाल खान ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखते हुए कहा है कि पीड़ित सुहैल शेख जो क्राफोड मार्केट में रहते हैं उन्हें नागपाड़ा पुलिस थाने में तलब किया था। नागपाड़ा पुलिस थाने में हाल ही में एक व्यक्ति कों जान से मारने की कोशिश करने के आरोप में एक मामला दर्ज किया था जिसमें कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है उसी मामले में एक आरोपी के रिश्तेदार सुहैल शेख हैं सुहैल जिसके रिश्तेदार हैं वह आरोपी वांटेड है।
सुहैल शेख को 9820216662 और 9870088560 नंबर से 25 मार्च को एक काल आया उन्हें नागपाड़ा पुलिस थाने बुलाया गया यह नंबर नागपाड़ा सीनियर पीआई संतोश बागवे का है इस काल के बाद वह नागपाड़ा पुलिस थाने पहुंचे वहां जाने के बाद बागवे की केबिन के बाहर एक व्यक्ति जिसकी दाढ़ी थी उसने खुद की पहचान जुबैर के रुप में बताई उशने बताया कि वह बागवे का बहुत ही खास दोस्त है उसने कहा टेंशन लेने की बात नहीं वह मामला सेटल करेगा।
सीनियर पीआई की केबिन में जाने के बाद ऊपर दर्ज की गई एफआईआर के वांटेड आरोपी ओवैस पटेल के बारे में पूछा जिसपर उन्होंने जवाब दिया की वह 4 महीने से उसके संपर्क में नहीं है आरोपी उनका रिश्तेदार है लेकिन उनकी बात चीत नहीं है।
इस दौरान जुबैर प्राण सीनिर पीआई की केबिन मे दाखिल होता है और कहता है कि 5 लाख रुपए दे देना और यह सुनकर सीनियर पीआई ने अपना सर हिलाया। लेकिन इस दौरान पीड़ित ने कहा कि वह इतने पैसे देने मे असमर्थ है तो बागवे ने डिटेक्शन के अफसर को बुला कर हिरासत मे ले जाने के लिए कहा और 26 मार्च 12 बजे तक पुलिस थाने में ही बैठा कर रखा था।
इस दौरान बात 50000 रुपए रिश्वत/वसूली देने की बात तय हुई और उसे छोड़दिया गया साथ में एक कांस्टेबल को भेजा गया ताकि वह 50000 रिश्वत/वसूली लेने के लिए पीड़ित के साथ कांस्टेबल उनके उनके घर गया लेकिन 50000 रिश्वत/वसूली का इंतेज़ाम नहीं हो सका किसी तरह से पीड़ित ने 20000 रिश्वत का बंदोबस्त किया और यह रकम ज़ुबैर ने कांस्टेबल के नागपाड़ा छोड़ने के बाद नागपाड़ा जंक्शन पर ही 20000 रुपए रिश्वत/वसूली की रकम ली है।
इसके बाद जो जुबैर प्राण नाम का आदमी सीनियर पीआई की केबिन में मिला था व उन्हें लगातार इस बात के लिए परेशान कर रहा है कि रिश्वत की बाकी रकम जो सीनियर पीआई की केबिन में बात हुई थी उसे सीनियर मांग रहे हैं उसका जल्दी से इंतेज़ाम करो।
पीड़ित ने जब रिश्वत/वसूली की रकम का नहीं दे सके तो 13 अप्रैल को शाम 8 बजे सीनियर पीआई संतोष बागवे के 9870088562 से पीड़िते के 9820216662 रिश्वत/वसूली की बकाया रकम देने के लिए कहा और एकेले में मिलने के लिए कहा।
आवेदन में लिखा है कि सीनियर पीआई वागवे ने जुबैर प्राण, जाफर मिर्ची, मंसूरी नाम के इन लोगों को बतौर एंजेट पाल रखे हैं जो “तोड़पानी ” करते हैं।
एडोकेट जमाल खान ने पुलिस कमिशनर से बागवे के खिलाफ़ कार्रवाई की मांगी की है Bombay Leaks से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि यह खुली वसूली की जा रही है और ऐसे व्यक्ति से जिसका किसी भी मामले से कोई लेना देना नहीं है इसपर कार्रवाई होना जरुरी है।
बागवे को लेकर पुलिस थाने में एक कांस्टेबल ने शिकायत की है उनका बरताव उनके खुद के पुलिस वालों से बेहतर नहीं है जिसको लेकर पुलिस थाने में पुलिसकर्मी परेशान हैं हालांकि इस शिकायत के बाद बागवे तिलमिलाए हुए हैं और इस दौरान एक मीटिंग के दौरान उन्होंने चुनौती देते हुए कहा है कि मुझे पता चल गया कि अगर किस ने मेरी शिकायत की है तो वह उसके परिवार को लाकर पुलिस थाने में ठोक देंगे।
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