Bombay Leaks Desk
मुंबई : भारतीय पास्पोर्ट के लिए फर्ज़ी दस्तावेज़ों के सहारा लेकर कई देश की यात्रा करने वाले श्रीलंकन नागरिक मुहम्मद खिज़र हुसैन तुहान उर्फ़ कैज़र खान ( 50) को आज आज़ाद मैदान पुलिस थाने ने किला कोर्ट में पेश किया जहां कोर्ट ने उसे 20 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया। वहीं अब इस मामले को लेकर उन पुलिस वालों पर गाज गिरने वाली है जिन्होंने 1999 में इस पास्पोर्ट को बनाते समय पुलिस वेरिफिकेशन किया था जिनकी रिपोर्ट पर ही गैर कानूनी तरीके से आरोपी पास्पोर्ट बनवाया था क्योंकि आरोपी ने जो पहला पास्पोर्ट बनवाया था उस पर पता ताड़देव का था और जब उसकी जांच हुई तो पता चला कि वह पते का वजूद ही नहीं है। इस गिरफ्तारी के बाद दूसरी जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और वह भी यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि आरोपी का सम्बंध कौन से आतंकी संगठन से है जिसने भारतीय पास्पोर्ट बनाने के बाद श्रीलंका और अमेरिका की कई यात्राऐं की हैं।
दूसरी तरफ मामले को हाईप्रोफाइल देख मुंबई पुलिस के दो आईपीएस अधिकारियों मे जम कर ठना ठनी जारी है। Bombay Leaks द्वारा यह ख़बर प्रकाशित किए जाने के बाद एक आईपीएस अधिकारी ने आज़ाद मैदान सीनियर पीआई वसंत डावखरे को इस ख़बर के प्रकाशित होने जाने के बारे में यह सवाल किया कि Bombay Leaks द्वारा यह ख़बर कैसे प्रकाशित की गई और इसकी जानकारी कैसे बाहर गई ? इस सवाल पर आज़ाद मैदान सीनियर पीआई ने कहा कि उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी और वह इसके लिए लिखित रूप से जवाब दे सकते हैं और पत्रकार शाहिद अंसारी के खिलाफ़ मामहानी का दावा भी ठोक सकते हैं। ध्यान रहे इससे पहले Bombay Leaks द्वारा भाईखला पुलिस थाने की ख़बर लिखने पर इसी अधिकारी द्वारा पुलिस वालों को वजह बताओ विभागी नोटिस जारी किया गया था।
वहीं आज आज़ाद मैदान सीनियर पीआई वसंत डावखरे ने पत्रकार शाहिद अंसारी से कहा कि मुंबई पुलिस की कौन सी ख़बर कैसी लिखनी है उसके लिए पहले इजाज़त लेना चाहिए और ख़बर हमेशा पाजिटिव लिखा करें। चूंकि यह मामला हाईप्रफाइल है और इस तरह की ख़बर तो बिल्कुल भी नही लिखना चाहिए।
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