शाहिद अंसारी
मुंबई : मुंबई पुलिस की ऐंटी टेररिस्ट सेल ने मुहम्मद खिज़र हुसैन तुहान उर्फ़ कैज़र खान ( 50) नाम के श्रीलंकन नागिरक के खिलाफ़ धोखाधड़ी , फ़र्ज़ी दस्तावेज़ों के सहारे भारती पास्पोर्ट बनवाने के जुर्म में आईपीसी धारा 420,465,467,468,471, 12 (1) के तहेत मुंबई के आज़ाद मैदान पुलिस थाने में मामला दर्ज किया है। अपनी छानबीन में एटीसी अधिकारी ने आरोपी का आतंकी संगठन से सम्बंध का शक जताया है। सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि आरोपी के श्रीलंका में ऐक्टिव आतंकी संगठन LTTE तमिल टाइगर और मुंबई में ऐक्टिव डी – कंपनी से सम्बंध हो सकते हैं और इसी संगठन के लिए काम करने के लिए आरोपी ने भारत में फर्ज़ी तरीके से भारती पास्पोर्ट बनवाया है। छानबीन में यह पता चला है कि आरोपी श्रीलंकन नागिरक है और उसने भारत में शादी की है 1999 में चुडैल नंबर 1 फिल्म में बतौर हीरो उसने काम किया है फिलहाल आरोपी उत्थन इलाके में रहता है। आज़ाद मैदान पुलिस थाने के सीनियर पीआई वसंत वखारे ने बताया है कि अब तक आरोपी को गिरफ्तार नही किया गया।
कई महीनों से इस मामले में मुंबई के पायधूनी पुलिस थाने के एक एटीसी अधिकारी ने लंबी पड़ताल के बाद अपने बयान में बताया कि 1999 में आरोपी ने मुंबई के ताड़देव इलाके में खुद के फ़र्ज़ी घर के पते पर पास्पोर्ट बनवाया है और पास्पोर्ट के लिए जो दस्तावेज़ उसने पास्पोर्ट कार्यालय में जमा किए वह राशन कार्ड और स्कूल का लिविंग सर्टिफिकेट था जो कि पूरी तरह से फर्ज़ी है। अपनी जांच में एटीसी ने पाया कि 1999 में आरोपी ने ताड़देव इलाके के इ 704 , रजन महल , 7 वां माला ताड़देव रोड ताड़ेदव इस पते पर जो पहला पास्पोर्ट बनवाया है इस पते पर इ विंग की कोई बिल्डिंग ही नहीं है। इसी पते पर उसने जो राशन कार्ड बनाया है वह भी पूरी तरह से फ़र्ज़ी है। आरोपी ने पास्पोर्ट के लिए जो लिविंग सर्टिफिकेट का उपयोग किया है वह सांताक्रुज़ के सेंट तेरेस कॉनवेंट हाई स्कूल का है एटीसी ने जब वहां से इसकी जांच की तो पता चा कि वह भी फर्ज़ी है। इस दौरान मुंबई पुलिस की स्पेशल ब्रांच से भी एटीसी ने संपर्क किया और आरोपी के पास्पोर्ट से जुड़े सारे दस्तावेज़ जमां करने के बाद आज़ाद मैदान पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया।
जांच में यह भी पाया गया कि इसके बाद उसने इसी पास्पोर्ट को 2013 और 2017 में थाना पास्पोर्ट कार्यालय से रिन्यु कराया है फिलहाल आरोपी उत्थन इलाके में रहता है। अपने बयान में एटीसी अधिकारी ने बताया कि इस पास्पोर्ट के आधार पर आरोपी ने श्रीलंका और अमेरिका की कई विजिट की है अधिकारी ने आशंका जताई है कि भारत में फर्ज़ी पते और फर्जी दस्तावेज के जरिए तय्यार किए गए इस पास्पोर्ट का उपयोग कर के उसने आतंकी संगठन से मिलकर देश के खिलाफ़ आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया है जिसकी पड़ताल ज़रूरी है।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि इतना संवेदनशील मामला दर्ज होने के बाद भी आजाद मैदान पुलिस थाने ने अब तक आरोपी को न तो गिरफ्तार किया है और न ही इस मामले को लेकर किसी तरह की जांच को आगे बढ़ाया है। जानकारी में पता चला है कि इस जांच को आगे न बढ़ाने का कारण है कि आरोपी हाईप्रोफाइल है और आजाद मैदान पुलिस थाने में मामला दर्ज करने के लिए साउथ रीजन के एडिशनल कमिश्नर प्रवीण पडवल ने आदेश दिया है क्योंकि स्पेशल ब्रांच आज़ाद मैदान पुलिस थाने के अंतर्गत है। इस बात को लेकर ज़ोनल डीसीपी मनोज कुमार शर्मा विरोध कर रहे थे क्योंकि पास्पोर्ट कार्यालय वरली में है इसलिए मामला दर्ज करने के लिए वरली पुलिस थाने का रुख करना चाहिए लेकिन रुतबा और पावर में बड़े होने की वजह से पडवल ने मामला अपने ही रीज़न आज़ाद मैदान में इसलिए दर्ज कराया ताकि इस हाई प्रोफाइल केस का पूरा क्रेडिट उनको जाए। इसी लिए मामला दर्ज होने के कई दिन बीत जाने के बाद भी न तो आरोपी को गिरफ्तार किया गया और न मामले की छानबीन आगे बढ़ाई गई।
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