मुंबई : छोटा शकील के गुर्गे सलीम महाराज जो कि मुंबई के मोटी चमड़ी वाले आईपीएस अफसर जिनका बचन है कि मुंबई मे किसी के बाप में ताकत नहीं कि उनके खिलाफ़ की कुछ कर ले उनके करीबी की क्राइम ब्रांच ने परतें खोलनी शुरु कर दी हैं इस बार 2 साल पहले मुंबई के पायधूनी पुलिस थाने मे दर्ज हे एक केस को अवैध रुप से अंडरवर्ल्ड के दो गुर्गे सलीम महाराज और तारिक परवीन को बचाने के लिए तत्कालनी भारत के ईमानदार आपीएस अधिकारी प्रवीण पडवल के आदेस पर मात्रदो घंटे में पायधूनी से एमआरए मार्ग पुलिस थाने ट्रांस्फर कने की वजह से क्राइम ब्रांच इस सेटिंग का पर्दाफआश करते हुए तत्कालीन थानेदार सुखलाल वर्पे जो कि राकेश मारिया के राइट हैंड कहे जाते हैं और दूसरे अफसर कांबले को क्राइम ब्रांच दफ्तर मे तब किया गया है।
दरअसल यह केस पूरी तरह से डी कंपनी के दो गुर्गों को बचान के लिए पड़वल ने मोटी चमड़ी वाले आईपीएस अफसर के आदेश पर इसे एमआरए मार्ग ट्रांस्फर किया था जो नियम के अनुसार गलत है इन दो सालों में एमआरए मार्ग पुलिस थाने ने इस फाइल को छुपा को रखा और उसे पुलिस रिकार्ड से ही दूर रखा जिसकी वजह से महराज और तारिक परवीन के खिलाफ़ कार्रवाई नहीं हुई और न ही यह कार्रवाई गोल्ड तस्कर गैंग के खाफ़ हुई।
Bombay Leaks ने उस समय इस पूरे मामले को लेकर खबर प्रकाशित की थी लेकिन भारत के सब से ईमानदार आईपीएस अधिकारी के इस आदेश पर उनसे बात भी करने की कोशिश की लेकिन मोटी चमड़ी वाले आईपीएस अफसर का उनके सार पर हाथ होने की वजह से उन्होंने कुछ भी कहे से साफ़ इंकार किया बल्कि उन्होंने डी कंपनी के इन दोनों गुर्गों को बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की संभव है कि पडॉवल को भी क्राइम ब्रांच तलब कर सकती है।
क्या है महाराज की गोल्ड तस्करी की कहानी
दुबई से रेशमा नाम की महिला जो कि मुंबई के नागपाड़ा स्थित आफिया हाईट्स में 13 माले पर रहती है उसने 1 किलो गोल्ड शुमैला नाम की महिला जो कि नल बाजार में रहती है से गोल्ड स्मगलिंग करवाया लेकिन मुंबई आने के बाद शुमैला की नियत खराब हो गई शुमैला ने गोल्ड वापस करने से इंकार किया जिसके बाद रेशमा ने मामले में सलीम महाराज उर्फ़ सलीम बटरफ्लाई के साथ एंट्री की। सलीम ने शुमैला और उसके साथी इमतियाज़ और सादिक से से कहा कि वह गोल्ड की मौजूदा कीमत से 30% उन्हें देंगे अगर वह गोल्ड उनके हवाले करेगा। सलीम बटरफ्लाई ने यह भी कहा कि इस काम में मुंबई क्राइम ब्रांच के 2 अफसर भी शामिल हैं अगर गोल्ड वापस नहीं किए तो क्राइम ब्रांच के अफसरों के हवाले वह उन्हे कर देगा। सलीम बटरफ्लाई ने कहा कि 30% उन्हें वह देगा और उसके बाद जिसने गोल्ड स्मगलिंग किया उससे उनका कोई लेना देना नहीं होगा उसको वह खुद संभाल लेगा।
इस बात को सुनकर शुमैला, इमतियाज़ और सादिक ने 1 किलो गोल्ड सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज को दे दिया सलीम ने 1 किलो गोल्ड जैसे ही पाया उसके बाद सलीम की नियत खराब हो गई। सुबह से शाम बीतने के बाद सलीम ने कहा यह गोल्ड तारिक परवीन का है उसमें 300 ग्राम कम है। जैसे ही इस मामले में तारिक परवीन की एंट्री होती है उसके बाद तारिक परवीन सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज ने डोंगरी पुलिस थाने में खानापुरी करने के लिए पुलिस का सहारा लिया। डोंगरी पुलिस ने इमतियाज़ और सादिक को काल कर के स्टेटमेंट रिक़ॉर्ड करने का नाटक किया उसके बाद तीसरी महिला शुमैला जिसने दुबई से गोल्ड स्मगलिंग कर के मुंबई लाई थी उसे बुलाना था लेकिन तभी पुलिस थाने से तारिक परवीन ने आफिसर को यह कहते हुए दोनों को अपने साथ ले जाने के लिए कहा।
पीड़ितों ( गोल्ड स्मगलिंग गैंग के सदस्यों ) का बयान
पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक इमतियाज़ और सादिक ने कहा कि पुलिस थाने से तारिक परवीन ने उन्हें पायधूनी पुलिस थाने की हद में जकरिया मस्जिद के पास मौजूद राजिक टावर के 14 माले पर ले जाकर तारिक परवीन और सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज और कई लोगों ने उन्हें जम कर पीटा और कहा कि 300 ग्राम गोल्ड जो कम है वह कहां है पीड़ितों ने बात करते हुए कहा कि उन्हों ने बहुत मारा और तारिक परवीन ने अपना कुर्ता उठा कर रिवाल्वर दिखाते हुए उनकी कनपटी पर तान दी और कहा कि अगर नहीं बताओगे तो अपनी जान से हाथ धो बैठोगे। उसके बाद जब वह घर से बाहर निकलने लगे तो उनके ऊपर धार दार हथियार से वार किया गया जब उन लोगों ने पलट कर देखा तो पीछे तारिक परवीन था। मामले को देख गोल्ड स्मगलिंग गैंग ने पायधूनी पुलिस थाने मे शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने उन्हें जेजे हास्पिटल मे भर्ती कराया।
कौन है सलीम महाराज
सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज छोटा शकील गैंग का गुर्गा है और मुंबई के ज्वाइंट सीपी लॉ ऐंड आर्डर देवेन भारती का करीबी है जो कि उनके नाम का इस्तेमाल कर के पुलिस वालों को ब्लैकमेल कर के उनसे वसूली करता है और विवादित मामलों में महाराज की भूमिका निभाते हुए दलाली करता है। मुंबई में फिलहाल सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज बतौर मांडवाली मास्टर का काम करता है जिसे हाल ही में मुंबई ऐंटी एक्सटार्शन सेल ने वसूली के मामले में गिरफ्तार किया है।
कौन है तारिक परवीन
तारिक परवीन डी कंपनी का काफी करीबी रहा है जिसे 2004 में दुबई से डिपोर्ट किया गया था 2008 तक वह जेल में था। मुंबई पुलिस ने तारिक परवीन के खिलाफ़ कार्रवाई की थी उसके बाद यूपी एटीएस ने तारिक परवीन को साल 2015 में गिरफ्तार किया था और बाद में उसे जमानत पर रेहा किया गया था। हाल ही में प्रदीप शर्मा ने तारिक को 20 साल पुराने हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था सके बाद वह जमानत पर रेहा है एजाज़ लकड़ावाल की गिरफ्तारी के बाद महाराज के साथ साथ तारिक परवीन को भी गिरफ्तार किया गया।
कौन है गोल्ड स्मगलिंग गैंग
दुबई से गोल्ड स्मगलिंग करने वाली गैंग का आका दुबई और मुंबई मे बैठे हैं जो कि दुबई से मुंबई गोल्ड की स्मगलिंग करने के लिए साउथ मुंबई की स्मार्ट लड़कियों को इस गोरख धंधे मे इस्तेमाल करते हैं उसके लिए बाकायदा उन्हें कमीशन दिया जाता है और पकड़ेजाने पर उनके लिए लड़ाई भी लड़ते हैं लेकिन जिस प्रकार से शुमैला द्वारा एक किलो गोल्ड दुबई से मुंबई आ गया है उससे साबित होता है कि गोल्ड स्मगलिंग के इस गोरख धंधे में डीआरआई और एयर इंटलिजेंस यूनिट की आँखों मे धूल झोंक कर यह गोरख धंधा परवान चढ़ रहा है या मुंबई एयरपोर्ट पर मौजूद वह सारे लोग उस समय अपने आंख और कान बंद कर लेते हैं जब बड़े पैमान पर गोल्ड की स्मगलिंग होती है।
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