मुंबई :आज़ाद मैदान दंगे और हत्या के आरोपी नागपाड़ा के बाहुबली मांडवाली जगत के बेताज बादशाह श्री मुईन अशरफ़ उर्फ़ बाबा बंगाली को हमेशा की तरह फिर एक बार बड़ा झटका लगा है इस झटके बाद से बंगाली और उसके पंटरों मे ज़बरदस्त बौखलाहट पाई जा रही है वहीं अब कुछ लोग बंगाली के चमत्कार को फरेब बता रहे हैं और उसकी टच ऊपर तक है इस फेकम फाक के बारे में समझ चुके हैं।
२ फरवरी 2019 को सुन्नी मुस्लिम छोटा कब्रस्तान का मुद्दा फिर एक बार वक्फ़ बोर्ड की कोर्ट में गूंजा याद रहे इसे काफी सालों से बंगाली बाबा ने कबज़ा क्या हुआ है लेकिन इस बार अंजुमन इस्लाम ने बाबा बंगाली के झूट और फर्ज़ी वाड़े का कोर्ट के सामने पर्दा फाश किया।
सुनवाई के दौरान अंजुमन के वकील ने कई ऐसे दस्तावेज़ पेश किये जिस से यह साबित हुआ है के छोटा सोनापुर की जगह यह सरकारी मिलकियत है और इस मिलकियत की देख रेख पिछले 60 वर्षों से अंजुमन कर रही है तमाम जुजों की सहमती से बंगाली बाबा के उस ऑर्डर पर रोक लगा दी गई है जो उसने फर्ज़ी दस्तावेज़ और जालसाज़ी कर के कमेटी के गठन आर्डर हासिल किया था।
मार्च २०१५ में बंगाली बाबा और उसकी गैंग ने फर्ज़ीवाड़ा कर के वक़्फ़ बोर्ड को गुमराह करके “सुन्नी मुस्लिम छोटा कब्रस्तान” को वक़्फ़ की संपत्ति बताते हुए वक़्फ़ बोर्ड में रजिस्टर करवाया था और साथ ही साथ कुछ वक़्फ़ बोर्ड के मेम्बरों के ज़रिये मुख्य कार्याकारी अधिकारी पर दबाव डाल कर १५ दिनों के भीतर अनौपचारिक समिति की मंज़ूरी ली थी।
मई २०१६ में तत्कालीन सीईओ उस अनौपचारिक समिति को स्थगित कर दिया था सितम्बर २०१६ में बंगाली बाबा और उनके पाले गुंडों ने चोरवार्डवाला को धमकी देकर फिर से नई समिति का गठन कर के उसे वक़्फ़ बोर्ड में दाखिल करदी।
इस पर तत्कालीन सीओओ ने एक दिन की नोटिस निकाली और बिना सुनवाई किए फाइल को अपने पास रख लिया उसके तुरंत बाद तत्कालीन सीईओ नसीम पटेल भ्रष्टाचार के आरोपों में ससपेंड हो गई थी।
२५ मई २०१७ को वक्फ़ बोर्ड की मीटिंग के दरमियान जब विचार विमर्श के लिए “सुन्नी मुस्लिम छोटा कब्रस्तान” की फाइल मंगाई गई उस वक्त अधिकारी ने बोर्ड के मेम्बरों से बताया के “सुन्नी मुस्लिम छोटा कब्रस्तान” की फाइल तत्कालीन सीईओ के कब्ज़े में है।
इस पर जब उससे सवाल किया कि चेंज रिपोर्ट पर क्या फैसला हुआ पता चला कि अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है हैरानी की बात यह है २०१७ में कोई फैसला नहीं हुआ इस बात को जब वक़्फ़ बोर्ड ने अपनी मिनट्स में भी दर्ज किया।
जैसे ही यह भनक बंगाली बाबा के खैमे में पहुंची तो बाबा बंगाली बाबा ऐंड कंपनी ने भागम भाग शुरु कर दी और तत्कालीन सीईओ से मिलीभगत कर के पिछली तारीख़ में अपनी चेंज रिपोर्ट पर आर्डर जारी करवा कर उसकी कॉपी हासिल करली।बॉम्बे लीक्स के पास आर्डर की २ कॉपियां मौजूद हैं जिस में एक आर्डर पे २४/१०/२०१६ और दूसरी पर २६/१०/२०१६ लिखा हुआ है.
जब ये सारे दस्तावेज़ अंजुमन के हाथ लगने के बाद अंजुमन ने कानूनी कार्रवाई जारी कर दी। २२/०१/२०१९ को बंगाली के कुछ गुर्गों ने अंजुमन इस्लाम के जुड़े लोगों को छोटा सोनापुर मैदान में आने से रोका और बताया कि वह इस जगह के ट्रस्टी हैं और अंजुमन इस्लाम को बंगाली बाबा से इजाज़त लेनी होगी इस बात को लेकर प्रिंसिपल ने नागपाड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस ऑर्डर के बाद बंगाली भक्त अब यह कहते फिर रहे हैं कि बंगाली बाबा की टच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है वह जल्द ही मोदी से मिल कर अंजुमन इस्लाम का सत्यानाश करेंगे।
Post View : 946