बॉम्बे लीक्स,नई दिल्ली
नई दिल्ली : केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम के खिलाफ जारी उग्र आंदोलन में महज रेलवे के हजारों करोड़ की संपत्ति के नुकसान का आंकड़ा सामने आया है। अग्निपथ योजना के विरोध में देश के कोने कोने में हो रही।आगजनी की घटनाओं में रेलवे के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है।
देखा जाए तो प्रदर्शनकारियों ने रेलवे की संपत्ति को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया ,दर्जनों ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया।इस बारे में भारतीय रेलवे ने बताया है कि स्कीम के खिलाफ जारी आंदोलन के बीच महज चार दिन के प्रदर्शन में 700 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।भारतीय रेलवे द्वारा जारी किए गए आकंडो के मुताबिक बीते 18 जून तक 700 करोड़ नुकसान का अंदेशा जताया गया था।लेकिन 18 जून के बाद से अब तक जारी आंदोलन प्रदर्शन और आगजनी के बीच अब यह आंकड़ा 1000 करोड़ रुपये की संपत्ति के नुकसान तक पहुँच चुका है।स्कीम के खिलाफ जारी उग्र आंदोलन में रेलवे को जहां अपनी ट्रेनों का नुकसान सहना पड़ा वहीं यात्रियों को यात्रा पूरी ना होने की स्थिति में करोड़ों रुपये का रिफंड भी करना पड़ा।रेलवे के मुताबिक कुल 922 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की यात्रा पूर्ण रूप से रद्द हो गई और 120 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा।देखा जाए तो हर ट्रेन में औसतन 1200-1500 पैसेंजर्स सफर करते हैं तो करीब 1044 ट्रेनें रद्द होने से 12 लाख लोगों की यात्रा पर असर पड़ना लाज़िमी है।वही उग्र हालातो के मद्देनजर देश में 5 लाख से ज्यादा पीएनआर रद्द हुए और करीब डेढ़ लाख यात्रियों को बीच में ट्रेन छोड़नी पड़ रही है।ऐसे में रेलवे की ओर से 70 करोड़ रुपये का (अनुमादित) रिफंड लौटाया गया है।
अलग अलग राज्यों में 21 ट्रेनें जला दी गईं और इनके कारण रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया। ऐसे में अगर इसकी लागत की बात करें तो मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में आमतौर पर 24 कोच होते है।इंजन 12 करोड़, AC कोच 2.5 करोड़ रुपये और स्लीपर कोच 2 करोड़ रुपये के करीब का लागत का होता है। इस लिहाज से देखें तो रेलवे को एक ट्रेन करीब 30 करोड़ रुपये या इससे ज्यादा की बैठती है।अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं ने अब तक रेलवे की जितनी संपत्ति फूंक दी है। उतनी संपत्ति का नुकसान तो रेलवे को एक दशक में भी नहीं हुआ था। अग्निपथ के विरोध प्रदर्शन में अब तक रेलवे को एक हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। जबकि, एक दशक में सवा चार सौ करोड़ रुपये की संपत्ति को नुकसान हुआ था।देश में विरोध प्रदर्शन हो या कोई आंदोलन हो, प्रदर्शनकारी अक्सर रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं. इससे पहले इसी साल जनवरी में RRB-NTPC एग्जाम के रिजल्ट को लेकर भी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था। उस समय भी रेलवे की करोड़ों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था।
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