• मरीज़ों में दर्ज होते पानी की कमी एवं उल्टी की शिकायत के लक्षण।
• डॉक्टरों की सलाह – घरों में वेंटिलेशन की कमी के चलते मरीज़ों का बढ़ता आंकड़ा , लिक्विड का ज्यादा से ज्यादा करा जाए सेवन।
दिल्ली ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स
नई दिल्ली : कोरोना महामारी के मध्य राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में बढ़ते भीषण गर्मी के तापमान के बीच मरीज़ों का जमावड़ा लगने लगा है।यहां के कुछ अस्पतालों में शरीर में पानी की कमी एवं उल्टी की शिकायत करने वाले मरीज़ों की तादाद बढ़ने लगी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि भीषण गर्मी के चलते शरीर में पानी की कमी होने लगती है। ऐसे में भीषण गर्मी के बीच शहर के लोगो को स्वस्थ रहने के लिए उचित मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए।ताकि शरीर में पानी की आपूर्ति हो सके।ऐसे में पानी की प्रचुरता वाली सब्जियों एवं फलों का सेवन ऐसी बीमारियों से बचाव में सहायक होगा ।
दरअसल दिल्ली में पिछले तीन दिनों से लू जैसी स्थिति है।उमस भरी गर्मी के बीच गर्म हवाओं के थपेड़ों से लोगो का हाल बेहाल है।दिल्ली का अधिकतम तापमान बृहस्पतिवार को 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।जोकि जुलाई 2012 के बाद से सबसे अधिक है । मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल सात जुलाई तक मॉनसून के यहां पहुचने की कोई उम्मीद संभवता नज़र नही आती। दिल्ली के डॉक्टरों के अनुसार हमारे पास शरीर में पानी की कमी, उल्टी और उबकाई के मामले आने शुरू हो चुके है।इसका कारण दिल्ली में लगातार तापमान में वृद्धि होना बताया जा रहा है।
डॉक्टरों के अनुसार पिछले एक सप्ताह में ऐसे कई अन्य मामले देखे गए है। विशेषज्ञयों के अनुसार घर से काम करने वाले लोग भी अधिक तापमान के कारण इस बीमारी से ग्रसित पाए गए है। जोकि पेट दर्द और सर दर्द जैसी शिकायत लेकर आ रहे है। जोकि वेंटिलेशन की कमी के कारण ऐसा हो रहा है। जोकि ज्यादा पसीना, गर्मी से थकावट, उल्टी और पेट में मरोड़ का कारण बनता जा रहा है।
दिल्ली के ज्यादातर अस्पतालों में भी तेज बुखार एवं शरीर में पानी की कमी के मरीज आ रहे हैं ।जिसकी वजह यह है कि काफी लंबे समय तक धूप में रहना या उचित वातायन के बिना बंद वातावरण में रहना है। वही दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच लोडशोडिंग जैसी समस्या भी वजह मानी जा रही है। कोरोना महामारी के बीच बिजली कटौती तथा बेरोजगारी के कारण कूलर का खर्च उठाने में भी गरीब काफी असमर्थता जता रहे है।ऐसे में विशेषज्ञयों के अनुसार स्वस्थ रहने के लिए घरों में वेंटिलेशन काफी मायने रखता है।
लोगो को वेंटिलेशन वाली जगहों पर ज्यादा से ज्यादा वक्त के साथ प्रति दिन चार से पांच लीटर तरल पदार्थ का सेवन करते रहना चाहिए।बढ़ते तापमान के बीच ज्यादा से ज्यादा स्वच्छ जल का सेवन करते रहना चाहिए। साथ ही छाछ, आम का पन्ना, बेल का शरबत और नींबू के जूस को अपनी रोजमर्रा के खानपान में शामिल करना चाहिए।
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