• ईमरजेंसी में तैयात CMO जियाउलहक़ का बयान ज्यादा भूख लगना,और हफ्ते में ज्यादा सेक्स करना भी कोरोना संक्रमण के लक्षण।
बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
मुंबई : बीएमसी मुंबई के सबसे बड़े नायर अस्पताल में कोविड को लेकर नया खुलासा किया गया है।नायर हॉस्पिटल के सीएमओ डॉक्टर ज़ियाउलहक़ के अनुसार यदि कोई व्यक्ति हफ्ते में 4-5 बार से ज्यादा सेक्स करता है या फिर उसे अत्यधिक भूख लगती है तो यह कोरोना के लक्षण होते है।साथ जियॉउलहक़ के अनुसार यदि ऐसे लोगो का समय पर इलाज नही हुआ तो गम्भीर परिणाम हो सकते है।
दरअसल दिनांक 3 सितंबर 2021 को मुंबई के नायर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुँचे एक मरीज़ से ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर जियॉउलहक़ ने यह बात कही।मरीज़ के मुताबिक उसने बीती रात बाहर का खाना खा लिया था।जिसके चलते सुबह उठने पर उसे 2 बार लूज मोशन और पेट मे दर्द महसूस होने पर नायर अस्पताल में इलाज के लिए 12 बजे पहुचाँ।लेकिन नायर अस्पताल में न्यू केस पेपर की विंडो पर Close का बोर्ड लगाकर पेपर बनाने वाले कर्मचारी नदारद दिखे।
दूसरी विंडो पर जब नए केस पेपर बनवाने के बारे में मरीज़ ने जानकारी मांगी गई तो उसे इमरजेंसी जाने को बोला गया।जिसके बाद मरीज़ जब डॉक्टर से इमरजेंसी वार्ड में मिला तो डयूटी पर मौजूद CMO डॉक्टर जियॉउलहक़ ने मरीज़ से समस्या पूछी।मरीज़ द्वारा जब डॉक्टर को बताया गया कि सुबह से उसे 2 से 3 बार लूज मोशन और पेट में दर्द हो रहा है तो डॉक्टर जियॉउलहक़ ने कहा कि आपको कोरोना हो गया है।क्युजी दस्त आना भी कोरोना के लक्षण है।इसके बाद जब मरीज़ ने जियॉउलहक़ से आगे कहा कि कल रात बाहर का खाना खाने के बाद सुबह से ऐसा हो रहा है तो CMO डॉक्टर जियॉउलहक़ ने मरीज़ को डांटते हुए कहा कि अब तू डॉक्टर को सिखाएगा कि तुझे क्या बीमारी है क्या नही है।आगे नायर हॉस्पिटल के CMO जियॉउलहक़ ने मरीज़ से अभद्रता के साथ कहा कि खाना खाता है ना, जब कभी ज्यादा खाने लगे या हफ्ते में 4-5 बार से ज्यादा बीवी के साथ सेक्स करेगा तो भी कोरोना के लक्षण है।जा अभी जाकर दूसरी बिल्डिंग में कोविड टेस्ट कराया फिर कोविड वार्ड में भर्ती हो जाना।
इसके बाद मरीज़ ने बाहर निकलकर नायर हॉस्पिटल के डीन डॉक्टर रमेश भरमाल से इस बारे में बात की तो, डॉक्टर भरमाल का मोबाईल किसी अन्य व्यक्ति ने उठाते हुए जवाब दिया कि साब अभी मीटिंग में है।इमरजेंसी में डॉक्टर ने आपको जो बताया है वह सही बताया है।उन्हें कुछ ऐसा लगा होता इसके लिए कोविड की बात कही गई।इसके बाद मरीज़ ने स्वयं का परिचय दिया कि वह एक टीवी जर्नलिस्ट है।जिसपर डीन के मोबाईल पर बात कर रहे व्यक्ति ने कहा कि साब के फ्री होने पर मैं आपकी बात करा दूंगा।
बीएमसी के बड़े अस्पतालो में शामिल बॉम्बे सेंट्रल के नायर अस्पताल में कोविड को लेकर जारी किए गये इस बयान के बाद मामला मीडिया में सुर्खियां बनने लगा।जिसके बाद नायर अस्पताल के डीन डॉक्टर रमेश भरमाल ने मरीज़ को फोन करके सीएमओ द्वारा कोविड को लेकर फैलाई जा रही भ्रामक बातों पर माफी मांगते हुए कहा कि मैं इस बारे में जांच कराऊंगा।
अस्पताल प्रशासन सूत्रों के अनुसार CMO जियॉउलहक़ का मरीज़ों के साथ व्यवहार उचित नही होता।ज्यादातर जियॉउलहक़ की डयूटी इमरजेंसी में ही लगाई जाती है।ऐसे में जियॉउलहक़ की शक्ल देखकर मरीज़ वापिस लौट जाते है।क्योंकि जियॉउलहक़ आने वाले मरीज़ों का ट्रीटमेन्ट तो दूर उंसके कभी शालीनता से बात ही नही करता है।सूत्रों का यह भी कहना है कि OPD में आने वाले लोगो के लिए सर्दी खांसी के चलते कोविड टेस्ट के बाद ट्रीटमेंट अनिवार्य तो है ही लेकिन इमरजेंसी में यदि कोई मरीज़ जैसी भी स्थिति में लाया गया तो उसकी जान बचाने के लिए सर्वप्रथम उसका ट्रीटमेंट जरूरी होता है।लेकिन डॉक्टर जियॉउलहक़ की निर्दयता के चलते मरीज़ उससे खौफ खाते है।अस्पताल सूत्रों के अनुसार जियॉउलहक़ का व्यवहार सिर्फ मरीज़ों के साथ नही बल्कि अस्पताल में भी लोगो के साथ शालीन नही है।
ऐसे में जब नायर अस्पताल के डीन डॉक्टर रमेश भरमाल के मोबाईल नम्बर पर बात की गई तो डॉक्टर भरमाल ने माफी मांगते हुए दोषी डॉक्टर जियॉउलहक़ से लिखित तौर पर पूरे मामले को लिए जाने की बात कर जांच की बात कही।नायर अस्पताल के डीन ने कहा कि इमरजेंसी में आने वाले मरीज़ों का सर्वप्रथम ईलाज किया जाना जरूरी होता है।उंसके बाद अगर डॉक्टर को जरूरत महसूस होती है तो कोविड टेस्ट किया जाना चाहिए।लेकिन इमरजेंसी में आये हुए मरीज़ का ट्रीटमेंट के बाद कि टेस्ट की सलाह देना सही होता है।कहा कि डॉक्टर जियाउल हक ने ऐसा किया तो उसके लिए माफी चाहता हूँ।
Post View : 83917