• मध्य प्रदेश में हुई डेल्टा प्लस वेरिएंट से 2 लोगो की मौत के बाद फूलने लगे है प्रशासन के हाथ पावँ।
• भोपाल के नितिन जैन की ईलाज के दौरान मौत के बाद सैंपल जांच में दर्ज हुए कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण।
भोपाल ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स
भोपाल : कोरोना प्रकोप का मामला जहां तेज़ी से कम होता दिख रहा है तो वही दूसरी तरह कोरोना के नए वेरिएंट के चलते एक नई परेशानियां खड़ी होने लगी है।जी हाँ कोरोना संक्रमण की थमती रफ्तार के चलते आम जिंदगी पटरी पर पूरी तरह लौट भी न पाई थी कि इसी बीच कोरोना का सबसे खतरनाक वेरिएंट डेल्टा प्लस के रूप में सामने आने लगा है। ताज़ा मामला शिवराज सिंह चौहान के मध्य प्रदेश से जुड़ा हुआ है। जहाँ उज्जैन में कोरोना के डेल्टा प्लस से मौत के बाद अब अशोकनगर में भी एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की गई है।
मध्य प्रदेश के अशोकनगर के रहने वाले नितिन जैन लंबे समय से भोपाल में निवास कर रहे थे।जहाँ पर वो कोरोना के इस नए वेरिएंट की चपेट में आ गए। जिसके बाद नितिन के परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। नितिन की मौत के बाद डॉक्टरों ने उनका सैंपल जांच के लिए भेजा तो रिपोर्ट में उनमे कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई।जिसे लेकर अब प्रशासन में इस बात को लेकर असमंजस की स्तिथि बनी हुई है कि वह नितिन जैन की मौत का मामला अशोक नगर में करें या भोपाल में।क्योंकि नितिन जैन अशोक नगर और भोपाल दोनों ही शहर में निवास करते थे। हालांकि अशोकनगर के कलेक्टर अभय वर्मा का कहना है कि नितिन के आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में अशोकनगर का पता दर्ज है तो मामला तो यहीं का है, नितिन रहते तो भोपाल में थे और मौत भी वहीं हुई है। जिसके बाद स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है।
शिवराज सरकार के मुताबिक मध्य प्रदेश में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के 5 मामले सामने आ चुके है। जिसमे फिलहाल 4 मरीज़ों को स्वस्थ कर छुट्टी दी जा चुकी है। वही एमपी सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के कहा है कि अभी इससे एक ही मौत हुई है। साथ ही इस बात का भी जोर दिया है कि जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, वह इस वेरिंयट को हराने में कामयाब हुए हो गए है। कहा कि उज्जैन की जिस महिला की मौत हुई है उसने वैक्सीन नही लगवाई थी। राजधानी भोपाल के बरखेड़ा पठानी इलाके में कुछ दिन पूर्व डेल्टा प्लस वैरिएंट का एक पहला मामला सामने आया था। इस जानकारी को मेडिकल एजुकेशन मंत्री विश्वास सारंग ने शेयर कर कहा था कि NCDC की रिपोर्ट में भोपाल में एक पॉजिटिव मामले में नया वेरिएंट मिला है। हम पूरी जानकारी निकलवाने के साथ ही इस मामले की जांच करवा रहे है।
दरअसल पूरे देश में डेल्टा प्लस के मामले तेज़ी से पैर पसारते जा रहे है। आकड़ो के अनुसार अब तक डेल्टा प्लस वेरियंट के 35 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, जम्मू और कर्नाटक में ज्यादा केस देखने को मिल रहे हैं। कोरोना का यह वेरियंट बहुत ज्यादा खतरनाक है, जिसका असर मरीज पर पड़ता है। विशेषज्ञों के अनुसार इस वायरस से अब तक जिन जिन लोगों की मौत हुई है उन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी, इसलिए वैक्सीन बहुत जरूरी है और आने वाले नए वेरियंट में ये वैक्सीन कारगर है। ऐसे में जरूरी है कि हर किसी को वैक्सीन की डोज़ लेना अनिवार्य है।वही दूसरी तरफ वैक्सीनेशन की कमी के चलते भी लोगो को वैक्सीन की आपूर्ति नही हो पा रही है।
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