मुंबई : तेरा क्या होगा बाबा बंगाली अंजुमन इस्लाम की जिस जगह पर अवैध रुप से आज आज़ाद मैदान दंगे और हत्या का मुख्य आरोपी तथाकथित धर्म धुरंधर भूमाफिया दो टांकी का बाहुबली नथानी बिल्डर का पंटर श्री मुईन अशरफ़ उर्फ़ बाबा बंगाली ने कबज़ा किया था और इस केस में बाबा बंगाली वक्फ़ ट्र्युब्नल से केस हार गया जिसके बाद से वह अपना दिमागी संतुलन खो बैठा है।
पहले बाबा बंगाली ने फैसला सुनाने जज सय्यद मकसूद अली के खिलाफ़ सोशल साइट्स पर बतोलेबाज़ी की और कहा कि उससे उन्होंने फैसला उसके पक्ष मे देने केले पैसे मांगे बाद में जब बंगाली बाबा केस हार गया जिसके बाद यह शगूफा छोड़ा का अंजुमन इस्लाम ने उसे 1 करोड़ की रिश्वत दी उसके विरुद्ध फैसला सुनाने के लिए हैरानी की बात यह है कि बंगाली चौतर्फा यह ढिंढोरा पीट रहा है लेकिन उस जज के विरुद्ध कहीं शिकायत नहीं कर रहा है केवल अपनी गैंग के कुथ लुक्खों और टपोरियों से सोशल साइट पर खुद को मज़लूम बताने की के लिए जम कर चूरनबाज़ी कर रहा है।
मामले में नया ट्विस्ट तब आया जब इस बात को लेकर बाबा बंगाली गैंग के खिलाफ़ अंजुमन इस्लाम ने मुंबई हाईकोर्ट में 100 करोड़ रुपए का मानहानी का दावा ठोंका इससे पहले अंजुमन इस्लाम ने बंगाली बाबा को नोटिस भेजकर उसके द्वारा की गई चूरनबाज़ी और बतोलेबाज़ी के लिए 24 घंटे के अंदर माफी मांगने के लिए कहा लेकिन अकल से पैदल और जाहिल बंगाली ने माफी नही मांगी।
ठीक 24 घंटे बाद अंजुमन इस्लाम ने बाबा बंगाली गैंग के खिलाफ़ हाईकोर्ट में दस्तक दी और बंगाली बाबा समेत उसकी टपोरी गैंग के खिलाफ़ 100 करोड़ का मानहानी का दावा ठोंका मामले को गंभीरता से लेते हुए हाई कोर्ट ने बंगाली बाबा को माफी मांगने के लिए कहा लेकिन यहां भी कोर्ट के सामने बतोलेबाज़ी की दलील दी जो कोर्ट मे नहीं टिक पाई जिस पर कोर्ट ने बाबा बंगाली द्वारा बेबुनियाद बतोलेबाज़ी और चूरनबाज़ी जो वह अंजुमन इस्लाम और वक्फ़ के जज के खिलाफ़ कर रहा है उस पर रोक लगाते हुए कहा कि उसे जो भी दिक्कत हो संबंधित अथार्टी के पास जाए इस तरह से अफवाह और चूरनबाजज़ी बंद करे कोर्ट ने अंजुमन इस्लाम की ओर से 100 करोड़ के मानहानी का दावा स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई 4 हफ्तों बाद रखी है।
वहीं औरंगाबाद पुलिस की छानबीन में पता चला कि बंगाली बाबा के केस हार जाने के बाद औरंगाबाद में वक्फ़ कोर्ट रुम में जो तीन महिलाओं ने पर्चे बांट कर जज सय्यद मकसूद अली पर आरोप लगाने की कोशिश की और तमाशा किया उन्हें बंगाली बाबा ने ही भेजा था और जिस क्लर्क ने जज सय्यद मकसूद अली को बंगाली बाबा की बाबागिरी के सब्ज़ बाग दिखा कर उससे अशीर्वाद लेने का रास्ता दिखाया था उसे कोर्ट ने सस्पेंड कर दिया है क्योंकि वह भी बंगाली भक्त निकला उसे इस बात की जानकारी थी कि जज सय्यद मकसूद अली के घर में कुछ परेशानियां है जिसको दूर करने के लिए बंगाली बाबा अशीर्वाद देगा तो दूर हो जाऐंगी लेकिन जब जज सय्यद मकसूद अली बंगाली बाबा से मिले तो पता चला की यह भूमाफिया निकला और आज़ाद मैदान दंगे का मास्टरमाइंड निकला और उसने जज मकसूद अली से अपने पक्ष में फैसला सुनाने के लिए कहा जिस पर उन्होंने ने वहां से निकल जाने में भलाई समझी और उसे इस मामले को लेकर बात करने केे लिए मना कर दिया।
इस दौरान जज सय्यद मकसूद अली का रुटीन ट्रांस्फर हो गया जिसको लेकर बंगाली बाबा बहती गंगा में हाथ धोने की कोशिश की और सोशल साइट्स एक और अफवाह उड़ाई की यह तबादला उसके द्वारा सोशल साइट्स पर फैलाई गई अफवाह के बाद हुआ है।
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