मुंबई : अपने आप को मुंबई का डॉन कहने वाले दाऊद इब्राहिम के करीबी हनीफ़ कुत्ते का पिल्ला इमरान कालिया मुंबई पुलिस की गिरफ्तारी के बाद हॉस्पिटल पहुंच गया कालिया के अस्पताल पहुंचने का मसद है कि वह पुलिस लॉकप से बचा रहे ताकि अस्पताल में से वीआईपी स्वीधा मिल सके और डी कंपनी के साम्राज्य को आगे बढ़ान के लिए अस्पताल में अपने गुर्गों की मदद से वह जेजे मार्ग और नागपाड़ा इलाके मे अपनी दहशत बरकरार रख सके।
दरअसल डी कंपनी के कई गुर्गे ऐसे हैं जो कालिया के जैसे मुंबई पुलिस को अपनी जेब मे रखने का दावा करते हैं उसी तरह से अस्पताल में भी उनका सिक्का चलता है इसके लिए जेजे अस्पताल में मौजूद एक वार्ड ब्वाय डी कंपनी के गुर्गों को अस्पताल में एडमिट करने की सेटिंग करता है इसके बदले में उसे मोटी रकम मिलती है।
दरअसल जेजे मार्ग सीनियर पीआई के छुट्टी होने पर जेजे मार्ग के अफसर इकबाल अवलकर ने डी कंपनी के इस गुर्गे को खुश करने की हर मुमकिन कोशिश की उन्होंने पीड़ित परिवार को मामला दर्ज करने के लिए जम कर धमकाया ताकिक डी कंपनी से उन्हें वफादारी का और विभाग से गद्दारी का तमग़ा मिल सके।
लेकिन बात जब वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची तो अवलकर समेत दूसरे अफसरों की डी. कंपनी की मिशन वफादारी धरी की धरी रह गई और मजबूरन कालिय को गिरफ्तार करना पड़ा जानाकारी में पता चला है कि कालिया की गिरफ्तारी के बाद कुछ अफसरों ने उसके आरोपी भाई और दूसरे लोगों को मुंबई छोड़ कर भागने का मश्विरा दिया ताकि वरिष्ठ अधिकारियों की सख्ती की वजह से वह कार्रवाई और गिरफ्तारी से बच जाऐँ इसलिए कालिया का भाई नबील इन दिनों अजमेर में पनाह ले रखा है ताकि वह इस गिरफ्तारी से बच जाए फिलहाल कालिया के अस्पताल में होने की वजह आरोपी नबील कालिया का साम्राज्य को संभाल रहा है।
ध्यान रहे राकेश मारिया के मुंबई पुलिस कमिश्नर रहेत हुए कालिया के गले मे कुत्ते का पट्टा डालकर पुलिस ने चड्ढी में मारते हुए उसकी नुमाइश की थी और उसी दौरान मारिया ने मुंबई पुलिस में मौजूद काली भेड़ों को यानी डी कंपनी के लिए काम करने वाले अफसरों की फहरिस्त भी तय्यार की थी लेकिन मारिया के जाने के बाद वह ठंडे बस्ते मे चली गई।
हालांकि मारिया की सख्ती की बाद पुलिस वालों ने कालिया के गले में जब कुत्ता का पट्टा डाल कर सरे आम ठुकाई की थी उसके बाद डी कंपनी के अंदर जेजे मार्ग पुलिस थाने को लेकर काफी नारजगी पाई जा रही थी लेकिन जेजे मार्ग के क्रिम पीआई इकबाल अवलकर के आने के बाद डी कंपनी और पुलिस के बीच पैदा हुई खाईं को खतम करने के लिए उन्होंने अहम भूमिका निभाई यही वजह रही कि इलाके मे कालिया का आतंक फिर से उरूज पर पहुंचा और वह लोगों पर कहर ढा कर उनके ही खिलाफ़ डंके की चोट पर मामला दर्ज कराता था। लेकिन मौजूदा एडिश्नल कमिश्नर निशिथ मिश्र की सख्तियों के कारण डी कंपनी की दाल नही गल सकी और उनके गुर्गों की गुंडई पर घुन लगते नज़र आ रहा है।
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