शाहिद अंसारी
मुंबई : कमला मिल हादसा बीते कुछ ही दिन हुए लेकिन बीएमसी और फाएर विभाग के सर पर अभी भी जूं तक नहीं रेंग रही और मुंबई में भूमाफिया , बिल्डर के साथ साथ अंडरवर्ल्ड भी धड़ल्ले से अवैध निर्माण कर रहा है क्योंकि चंद रुपए के एवज़ में यह विभाग लोगों की जान और माल से खिलवाड़ करते हुए उन्हें शह देते हैं।
मुंबई पुलिस मुख्यालय और बीएमसी मुख्यालय से मात्र 200 मीटर के फासले पर अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम के गुर्गों 150 दुकानों का अवैध निर्माण कर रहे हैं जिसकी भारतीय बाजार में कीमत 750 करोड़ के आस पास है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस अवैध निर्माण के बगल में ही एमआरए मार्ग पुलिस थाना है और मात्र 200 मीटर के फासले बीएमसी मुख्यालय और मुंबई पुलिस मुख्यालय है उससे भी हैरान कर देना वाली बात यह है कि डी कंपनी के खौफ़ से इस अवैध निर्माण को लेकर मुंबई पुलिस, बीएमसी और फाएर विभाग ने अपनी आंखें बंद कर ली हैं।
मनीष मार्केट के बगल में बसे मोथा मार्केट के पहले माले पर तकरीबन 5000 सक्वैरफिट के एरिए में 150 अवैध दुकानें बनाई जा रही हैं इनमें हर दुकान की कीमत तकरीबन 5 करोड़ रूपए है इस तरह से 750 करोड़ रूपए का यह अवैध निर्माण किया जा रहा है जिसे बनने के साथ ही लोगों को बेचने की तय्यारी की जा रही है। अवैध निर्माण की इस सौदेबाज़ी को लेकर कई लोगों ने अपने पैसे भी निवेश किए हैं जो इस बात का इंतेज़ार कर रहे हैं कि डी कंपनी का यह अवैध साम्राज्य जैसे ही बन कर तय्यार होगा इसमें वह कारोबर शुरु कर देंगे। वह इसके लिए बेफिक्र हैं कि भले ही इकबाल कासकर जेल में है और दाऊद पाकिस्तान में लेकिन उनका सिक्का आज भी इस मार्केट में चलता है जिसके सामने प्राशासन बेबस और लाचार नज़र आता है।
ज्ञात हो कि इसी मार्केट के बगल में सारा सहारा मार्केट है जहां अवैध निर्माण कर तकरीबन 100 से ज्यादा दुकानें किराए पर दी गई है और उसकी मलाई खाने वालों में बीएमसी और मुंबई पुलिस है जो धड़ल्ले से इसको चालाने की इजाजत दे रखी है। इसी इलाके में साल 2012 में मोथा मार्केट के बगल में मनीष मार्केट में भीषण आग लग गई थी। बताया जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। इस आग में हज़ारों करोड़ों का कसान हुआ था।
हमने इस बारे में ए वार्ड के वार्ड ऑफीसर किरण दिघावकर से जब बात की तो उन्होंने कहा कि हम इस मामले में अब तक यह तलाश कर रहे हैं कि इस अवैध कार्य के लिए उन्होंने किसी तरह की इजाज़त ली है या बिना इजाज़त के ही अवैध निर्माण किया जा रहा है हमें जैसे ही पता चलेगा हम दाऊद के इस अवैध निर्माण पर तोड़क कार्रवाई करेंगे साथ में उन बीएमसी ऑफीसरों के खिलाफ़ भी कार्रवाई करेंगे जो दाऊद के गुर्गों के इस अवैध कामों में उसको सहायता करते हैं।
मुंबई के कई इलाके ऐसे हैं जहां पर बीएमसी अधिकारी खुद अवैध निर्माण करने वाले और डी कंपनी की गोद में बैठे हुए हैं जिसकी वजह से धड़ल्ले से अवैध निर्माण किए जा रहे हैं और एक बार यह पूरा होने के बाद बिल्डर और माफिया बेच कर फ़रार हो जाते हैं। और उसके बाद बीएमसी की तोड़क कार्रवाई का शिकार वह लोग होते हैं जो इस अवैध निर्माण के बाद उसे पैसे देकर खरीदते हैं। अगर बीएमसी अवैध निर्माण के समय ही इन पर कार्रवाई करे तो शायद इसमे कमी आए और लोगों की जान माल की सुरक्षा हो लेकिन बीएमसी और पुलिस फाएर विभाग चंद रुपए की लालच में किसी की भी जान से खिलवाड़ कर जाते हैं।
डी कंपनी का अवैध निर्माण
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