बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
रायबरेली : लखनऊ मंडल के जनपद और सोनिया गांधी का संसदीय गढ़ रायबरेली में अब अपराधियों की खैर नही।ज़िले के युवा पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के आदेश के बाद ज़िले के सभी हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की लिस्ट तैयार की जा चुकी है।कप्तान के आदेश पर ज़िले के 100 ऐसे नए अपराधियों की कुंडली रिकार्ड में लाई गई है। जो जल्द ही जरायम की दुनियां का हिस्सा बनकर हर छोटी बड़ी किसी भी वारदात में शामिल रहे है।ऐसे अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए एसपी सिटी रायबरेली के फार्मूले पर तेज़ी से काम शुरू हो चुका है।
दरअसल महामारी के दौर में लगे लाकडाउन के बीच इस साल रायबरेली ज़िले में हुई आपराधिक वारदातों में कुछ नए चेहरों के सामने आने के बाद जिले की पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को बनाये रखने के लिए एक साहसिक कदम उठाया है।जिले के पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के आदेश के बाद जिले के 100 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट निकाल कर उनपर सरगर्मी से नजर रखी जा रही है।
बताया जा रहा है कि इस समय रिकार्ड में लाये गए ऐसे सभी अपराधियों के हर एक एक्टिविटी पर रायबरेली पुलिस की पैनी नजर है।पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के मुताबिक ऐसे सभी हिस्ट्रीशीटर पर पैनी नज़र रखने के अलावा उनकी हर एक गतिविधियों को रजिस्टर में दर्ज भी किया जाएगा।जिसके बाद रिकार्ड में रखे गए सभी 100 अपराधियों को संबंधित थानों में जाकर अपनी हाजिरी भी दर्ज करानी जरूरी होगी।
पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के मुताबिक इन अपराधियों के क्षेत्र या उंसके आसपास यदि कोई घटना घटित होती है तो ,ऐसे अपराधियों से पूछताछ के बाद अपराधी तक पहुँचने में पुलिस को काफी आसानी होगी। पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने अपने पुलिस अधिकारियों को भी साफ संकेत दे दिया है कि इन अपराधियों के गतिविधियों की ज़िम्मेदारी संबंधित थाने को सौंपे जाने के बाद यदि कोई घटना सामने आती है तो संबंधित थाना इसका जवाबदार होगा।
ग़ौरतलब है कि रायबरेली जिले के पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार तेजतर्रार आईपीएस के तौर पर जाने जाते है।श्लोक कुमार का काम करने का तरीका बाकी ऑफिसरों से काफी अलग माना जाता है।श्लोक कुमार को जनता और पुलिस के मध्य बेहतर तालमेल बैठाने का खासा अनुभव है। 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी श्लोक कुमार मूलरूप से बिहार राज्य के पटना से संबंध रखते है।श्लोक कुमार की पहली पोस्टिंग सूबे के आगरा जनपद में बतौर एएसपी पद पर हुई थी।श्लोक कुमार ने प्रदेश के आगरा ,शामली , गाज़ियाबाद ,हमीरपुर और अब रायबरेली में अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाते आ रहे। चर्चित माफिया सरगना विकास दुबे कांड के दौरान आईपीएस श्लोक कुमार सूबे के हमीरपुर में बतौर एसपी सिटी कार्यरत थे।उस दौरान विकास दुबे के खास साथी अमर दुबे को एसपी सिटी श्लोक कुमार के नेतृत्व के नेतृत्व में मुठभेड में ढेर कर दिया गया।
शांत स्वभाव से दिखने वाले आईपीएस श्लोक कुमार के बारे में कहा जाता है कि उनका अपराध पर अंकुश पाने का तरीका बाकी पुलिस अधिकारियों से काफी अलग होता है।एसपी श्लोक कुमार आम जनता में इस बात को बिठाने में सफल रहते है कि उनके सुरक्षा की ज़िम्मेदारी पुलिस की है।गंभीर स्वभाव के श्लोक कुमार जहाँ में तैनात रहे आम जनता के बीच सामंजस्य बिठाने में सफल रहे है।
आईपीएस श्लोक कुमार के बारे में चर्चा है कि आमजनता जब सोती है तो श्लोक कुमार की पहरेदारी शुरू होती है। श्लोक कुमार उस दौरान सके काफी चर्चा का विषय बन गए जब वे गाज़ियाबाद के एसपी सिटी पद पर कार्यरत थे।
कड़कड़ाती ठंड की रात समय था 2 बजे।जब गाज़ियाबाद कौशांबी के नीलांबर अपार्टमेंट के गेट पर आकर एक गाड़ी रुकती है।ड्राइविंग सीट पर बैठे श्लोक कुमार अपार्टमेंट के गार्ड को बुलाकर अपना परिचय देते हुए कहते है कि पुलिस आपके लिए है…कोई।दिक्कत आये तो तत्काल 100 नंबर डायल कर देना।गार्ड से पूछा कि पुलिस के सारे नंबर है ना आपके पास….इसके बाद श्लोक कुमार ने इलाके की मौजूदा पुलिस के पेट्रोलिंग का मुआयना किया….उंसके बाद श्लोक कुमार आगे दौरे पर निकल गए…लेकिन श्लोक कुमार वहाँ मौजूद लोगो के दिलो पर पुलिस का न सिर्फ भरोसा जीत गए बल्कि जाते जाते गार्ड से यह भी कह गए कि जैकेट की चैन बंद कर लीजिए… ठंड बहोत है , लग जाएगी।
दरअसल उस वक़्त श्लोक कुमार की मुस्तैद ड्यूटी और शालीन स्वभाव को वहाँ मौजूद दिल्ली का एक क्राईम रिपोर्टर अपनी नज़रों में कैद कर रहा था।उंसके मुताबिक क्राइम रिपोर्टिंग अनुभव के आधार पर मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि श्लोक कुमार जैसा अधिकारी अगर भारत के हर जिले में इसी प्रोफेशनल अंदाज में अपनी ड्यूटी को अंजाम दे तो न सिर्फ क्राइम का क खत्म हो जाएगा।बल्कि पुलिस और जनता एक साथ हाथ में हाथ मिलाकर बढ़ने लगेगी।
आईपीएस श्लोक कुमार 12 सितंबर 2020 को रायबरेली जिले का बतौर कप्तान पदभार संभाला है।उस दौरान न सिर्फ ज़िले में अपराध चरम पर था।बल्कि महामारी के बीच अपराधों में खासा इजाफा दर्ज किया गया था।इस बीच एसपी श्लोक कुमार जिले के आम नागरिकों और पुलिस के मध्य बेहतर तालमेल बिठाने में खासे कामयाब हुए। एसपी श्लोक कुमार ने आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े जिले के अभी अपराधियों का डाटा तलब कर अपनी नई रणनीति के तहत आमजनता को सुरक्षा मुहैया कराई।गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। ऐसे में श्लोक कुमार द्वारा ज़िले के 100 बड़े चर्चित हिस्ट्रीशीटर की कुंडली निकलवाने के पीछे चुनाव समय में किसी अनहोनी पर प्रशासन को पहले से ही अलर्ट करने के सिग्नल के तौर पर देखा जा रहा है।
श्लोक कुमार की तेजतर्रार बेदाग छवि के कारण उन्हें एएसपी शामली से प्रमोशन देते हुए एसपी सिटी गाज़ियाबाद जैसे बड़े शहर की ज़िम्मेदारी दी गई थी।बिहार पटना से संबंध रखने वाले श्लोक कुमार ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना में पूरी की है।श्लोक कुमार ने 2010 में अपनी पहली नोकरी की इंडियन ऑयल से शुरुआत की थी। श्लोक कुमार 2014 तक इंडियन ऑयल में बतौर इंजीनियर कार्यरत रहे। 2014 में भारतीय पुलिस सेवा में चयन के बाद आगरा में एएसपी पद की।पहली पोस्टिंग पर आए। श्लोक कुमार के पिता सुधीर कुमार भी बिहार कैडर के सीनियर आईएएस अफसर रहे हैं।आईपीएस इंटरव्यू के दौरान श्लोक कुमार से ब्लेक बेरी और एप्पल पर पूछा गया सवाल और श्लोक कुमार का जवाब खासा सराहा गया था।जब श्लोक से पूछा गया था कि ब्लैकबेरी और एप्पल क्या है।जिसका श्लोक कुमार ने जवाब दिया कि दोनों दुनियां की चर्चित कंपनियां है।कहा गया कि यह फल भी है।श्लोक कुमार ने काफी विन्रमता से जवाब दिया कि हाँ यह फल भी है लेकिन ,इस वक्त दोनों कंपनियां विवाद की वजह से चर्चा में ज्यादा है।
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