• ऋण गारंटी योजना पर बोली कांग्रेस कि वित्तमंत्री सीतारमण को अर्थव्यवस्था की समझ नहीं।
• बोले वल्लभ ऋण गारंटी नही बल्कि ‘‘कर्ज की खुराक का मॉडल दे गई सरकार।
नई दिल्ली | बॉम्बे लीक्स
नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संवाददाता सम्मेलन के दौरान 1.1 लाख करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना समेत कई कदमों की घोषणा किए जाने के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि वित्त मंत्री को अर्थव्यवस्था की समझ ही नहीं है। वित्तमंत्री ने मांग बढ़ाने एवं लोगों की सीधी मदद करने की बजाय देश को फिर से ‘कर्ज की खुराक’ दे दी है।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने वित्तमंत्री सीता रमण पर हमलावर होते कहा कि आज अर्थव्यवस्था की बुनियादी समस्या- कम जीडीपी, अधिक महंगाई, कम मांग और बढ़ती बेरोजगारी है। लेकिन यही बात वित्त मंत्री को समझ नहीं आ रही है। वित्तमंत्री ने इस बारे में बात न करते हुए देश को कर्ज की खुराक दे गई। कहा कि सरकार के इस मॉडल का परिणाम सबको पता चल गया है। लोगों को आज कर्ज के खुराक की नहीं, बल्कि मदद की जरूरत है। लोग उम्मीद कर रहे थे कि कुछ आर्थिक मदद करेंगी, लोगों की जेब में पैसा डालने की बात करेंगी।लेकिन वो तो कर्ज में डुबोकर चली गई।
कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2020 में घोषित किये गए 20 लाख करोड़ रुपये के कर्ज पैकेज की तरह आज फिर से गलती करते हुए कर्ज की खुराक दी गई। जिससे साफ लगता है कि वित्त मंत्री को अर्थव्यवस्था की समझ ही नहीं है। कहा कि ये कौन लोग हैं जो वित्त मंत्री को ‘कर्ज की खुराक’ की सलाह दे रहे हैं। कहा कि जीडीपी क्यों गिर रही है? महंगाई दर क्यों बढ़ रही है ? कैसे इसे कम किया जा सकता है? आज मांग में लगातार कमी आ रही है, मांग बढ़ाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है? देश मे बढ़ते बेरोजगार लोगों की मदद के लिए सरकार क्या कर रही है।क्यों वित्त मंत्री इस मुद्दे पर बात नही करती।
कहा कि आज सरकार को समझना चाहिए कि इन बिंदुओं पर ध्यान दिए बिना अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना आसान नही है।इसी क्रम में जब किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार के कदमों पर कांग्रेस से पूछा गया तो कहा कि पिछले सात महीनों में हमारे अन्नदाता दिल्ली के निकट बैठे हुए हैं। सरकार के पास समय नहीं है कि वह उनकी बात सुन ले…हमारी मांग है कि सरकार को अहंकार छोड़कर किसानों की बात सुननी चाहिए।
दरअसल कोविड महामारी से प्रभावित पड़ी अर्थव्यवस्था को गति देने के इरादे से वित्तमंत्री द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में सुधार के लिये 1.1 लाख करोड़ रुपये की रिण गारंटी योजना के साथ साथ अन्य उपायों की घोषणा की थी।। वित्तमंत्री ने सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम क्षेत्र के लिये भी आपातकाल ऋण गारंटी योजना के तहत सीमा 50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 लाख करोड़ रुपये किये जाने का ऐलान किया है।
जिसके बाद वित्तमंत्री की इस योजना को लेकर कांग्रेस ने अपना विरोध दर्ज कराया है।
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