शाहिद अंसारी
मुंबई: अलीबाग से मुंबई में पुलिस की नौकरी करने वाले सिपाही रुपिन पाटिल को मुंबई पुलिस ने मुबई में पुलिस क्वार्टर देने के लिए पत्र दिया है लेकिन 2000 गैर पुलिस वालों के परिवार वालों ने जो पुलिस क्वार्टर पर गैर कानूनी तरीके से कब्ज़ा जमाए बैठे हैं और हर साल 100 करोड़ का मुंबई पुलिस का चूना लगा रहे हैं जिसकी वजह से सिपाही रुपिन पाटिल जैसे 6000 पुलिसकर्मी मुंबई में पुलिस क्वार्टर के लिए तरस रहे हैं उन्हें न मिलने की वजह से काफ़ी लंबी यात्रा कर के मुंबई पुलिस में काम करने के लिए आते हैं।पाटिल को यह पत्र डीसीपी अशिवनी सानप ने भेजा है।1 जून को पाटिल को मुंबई में घर न मिलने की ख़बर Bombay leaks ने प्रकाशित की गई थी।इस खबर में मुंबई पुलिस के 2000 घरों पर कब्ज़ा कर हर साल चूना लगाने वालों के बारे में मुबंई पुलिस ने पाटिल को उत्तर दिया है कि वह वसूली नही ंकर सकते और वह उनका काम नहीं हैं।
इस पत्र के बाद सिपाही रुपिन पाटिल ने बताया कि जो क्वार्टर यह मुझे दे रहे हैं वहां मैंने जब जा कर देखा तो वह बहुत ही खराब अवस्था में हैं और बंद पड़े हैं जिसे खानापुरी करने के लिए मुझे दिया जा रहा है उसकी हालत बेहतर करने के लिए मुझे 4 लाख रूपए खर्च करने पड़ेंगे। जबकि मैंने आवेदन किया था कि मेरी पत्नी का आपरेशन हुआ है और उसे 16 टांके आए हैं उसे पहले माले पर या ग्राउंड फ्लोर पर घर दिया जाए और इसके लिए मैंने आवेदन में उस घर के बारे में भी बताया था जिस पर किसी गैर पुलिस वाले का गैर कानूनी तरीके से कब्ज़ा है।
इन मामलों को देख सोशल एक्टिविस्ट शौकत अली बेडगिरी जल्द ही मुंबई उच्च न्यायलय में याचिका दाखिल करने वाले हैं ताकि गैर कानूनी तरीके से मुंबई पुलिस के कवार्टर पर कब्ज़ा करने वाले लोगों से खाली करवा कर ऐसे पुलिस वालों को दिया जाए जो कि योग्य हैं जिनकी संख्या 6000 के आस पास है।
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