शाहिद अंसारी
मुबंई:बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक द्वारा लगातार आरबीआई के नियमों का उल्लघन करने को लेकर आरबीआई ने 75 लाख का जुर्माना ठोंका है दरअसल आरबीआई ने बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक के खिलाफ़ (केवाईसी/एएमएल) ऐंटी मॉनी लॉंडरिंग के तहेत कार्रवाई की है।बैंक इन मामलों मे आरबीआई के नियमों को ताक पर रख कर बड़े पैमाने पर कारोबार किया है और बैंक की खासी रकम डूब गई है इसमें बैंक के चेयरमैन ज़ीशान मेंहदी और बैंक के दूसरे मैनेजिंग डायरेक्टर शाह आलम खान सीधे सीधे शामिल हैं।आरबीआई ने इससे पहले 5 लाख का जुर्माना वसूल किया था लेकिन बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक के जिम्मेदारान अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आए।
सबसे पहले Bombay Leaks ने इस मामले से पर्दा उठाया जिसमें जीशान मेंहदी और उनके चमचों ने Bombay leaks को ख़बर न लिखने के लिए मैनेज करने की कोशिश की लेकिन Bombay Leaks ने लगातार इनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को बेनकाब करते हुए इनकी असलियत बताई जिसके बाद जीशान मेंहदी और अरशद खान नेहाल अहमद पर उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में मामला दर्ज हो गया।Bombay Leaks जल्द ही बैंक की वह रिपोर्ट भी प्रकाशित करेगा जिसमें आरबीआई के किन किन नियमों का बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक ने उल्लघन किया है वह पता चलेगा हालांकि जीशान मेंहदी समेत इस भ्रष्टाचार में शामिल इस गैंग के कारनामों को पहले ही उजागर किया गया था जिसके बाद आरबीआई को इन पर जुर्माना ठोंकने के लिए मजबूर होना पड़ा।लेकिन सोचने वाली बात यह है कि जुर्माने की यह रकम बैंक द्वारा आरबीआई में जमा की जाएगी जबकि भ्रष्टाचार में शामिल होकर करोड़ों की चपत लगाने वाले जीशान मेंहदी ने सारी रकम अपने जेब में रखली।मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने वाले एडोकेट भावेश परमार ने कहा कि जब भ्रष्टाचार कर के खासी रकम इन्होंने अपने जेब में रखी है तो बैंक से जुर्माना वसूल करने के बजाए इनके जेब से वसूला जाना चाहिए।
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