शाहिद अंसारी
मुंबई:15 जनवरी को Bombay Leaks पर छपी ख़बर “बंद हुआ जेजे अस्पताल में राजीव गांधी जीवनदायी आरोग्य योजना के तहेत इलाज” के बाद जेजे हास्पिटल ने पीड़ित का अब इलाज इसी योजना के तहेत इलाज शूरू किया है।जबकि पहले इसी इलाज के लिए जेजे के ही डाक्टर अविनाश गुट्टे ने 78890 रूपए का बिल बना कर पैसे जमा करने के लिए कहा था और इस योजना के तहेत इलाज करने के लिए मना कर दिया था।अविनाश गुट्टे ने Bombay Leaks से बात करते हुए कहा था कि उनको इस योजना के तहेत इलाज करने के लिए मना किया गया है और लिखित मे भी निर्देष दिया गया है और इसकी वजह यह बताई थी कि जेजे अस्पताल की इसी योजना के तहेत कई फाइलें अभी रुकी हुई हैं जबतक यह फाइलें क्लीयर नहीं होंगें वह इस योजना के तहेत किसी भी ग़रीब मरीज़ का नहीं करसकते।डाक्टर अविनाश गुट्टे ने मरीज़ को डिस्चार्ज लेटर भी दिया था जिसकी कॉपी Bombay Leaks के पास मौजूद है।लेकिन खबर प्रकाशित होने के बाद अस्पताल की यह ढिटाई जब लोगों के सामने आई तो मरीज़ का इलाज इसी योजना के तहेत शूरू होगया।और जेजे के डीन डाक्टर लहाने ने ट्वीटर के ज़रिया सफाई दी लहाने ने अपने ट्वीट में लिखा है कि “राजीव गाँधी योजना के तहेत मुफ्त स्वीधा दी जारही है अफ़वाहों पर ध्यान ना दें”।
डॉ. लहाने के मुताबिक अगर यह अफवाह है तो ऐसे मे यह सवाल उठता है कि जिस मरीज़ को डिस्टार्ज लेटर दिया जाचुका है उसका इलाज आखिर इसी योजना के तहेत क्यों शूरू किया गया।जे जे की यह सच्चाई बाहर आने के बाद कहां गया वह डिस्चार्ज लेटर जिसे डाक्टर गुट्टे ने दिया था।
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