शाहिद अंसारी
मुबंई:प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र सदन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में जांच का सामना कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री और लोकनिर्माण मंत्री छगन भुजबल को गिरफ्तार कर लिया है।गिरफ्तारी से पहले ईडी ने भुजबल से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की।ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग और फेमा ऐक्ट के तहत भुजबल को गिरफ्तार किया उन्हें कल कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इससे पहले छगन भुजबल के भतीजे और इस मामले में सह-आरोपी समीर भुजबल को भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। भुजबल जितेंद्र अवहाद के साथ सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे कड़ी सुरक्षा के बीच दक्षिण मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस पहुंचे इसके बाद उनसे करीब 10 घंटे तक पूछताछ हुई।रात करीब 10 बजे ईडी ने भुजबल को गिरफ्तार किए जाने का बिगुल बजाया।
इस मामले में पूर्व मंत्री के भतीजे समीर को पिछले माह गिरफ्तार किया जा चुका है।फिलहाल समीर मुंबई की कड़ी सुरक्षा वाली आर्थर रोड जेल में बंद हैं। पिछले माह प्रवर्तन निदेशालय ने भुजबल के बेटे पंकज से भी पूछताछ की थी।मुंबई पुलिस की एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के महाराष्ट्र सदन निर्माण घोटाले और कलीना भूमि हड़पने के मामले में पीएमएलए के प्रावधानों के तहत भुजबल और अन्यों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों के तहत इस मामले में तीन संपत्तियों की कुर्की का आदेश भी हासिल कर लिया है। इन संपत्तियों की अनुमानित कीमत 280 करोड़ रुपये से अधिक है। छगन भुजबल, पंकज, समीर और अन्य लोगों की संपत्तियों और ऑफिसों सहित नौ परिसरों में प्रवर्तन निदेशालय ने दो बार छापेमारी भी की। इस कार्रवाई को एनसीपी ने ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया था।
राज्य के ऐंटी करप्शन ब्यूरो ने छगन भुजबल, पंकज, समीर और 14 अन्य के खिलाफ महाराष्ट्र सदन घोटाला मामले में एक आरोपपत्र दाखिल कर दिया है।नए महाराष्ट्र सदन का निर्माण 100 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था और तब महाराष्ट्र में एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की सरकार थी।
भुजबल मामले में BOMBAY LEAKS पर 5 जनवरी को प्रकाशित ख़बर “छगन भुजबल का कोलकाता का ब्लैक ऐंड व्हाइट कनेक्शन,देश के अंदर ही बैठकर भुजबल ने काले धन को कैसे किया सफ़ेद,काला धन को सफेद करने में मुंबई नागपुर और पूणे के व्यापारी शामिल,कोलकाता की 100 से ज़्यादा फर्ज़ी कंपनियों पर ED की नज़र”इस ख़बर के छपने के बाद ED के कान खड़े होगए और ED ने बिना देर किए भुजबल के काले कारनामों का कच्चा चट्ठा बाहर निकालने लगे।इस खबर में भुजबल ने काले धन को सफेद करने के लिए कोलकाता जैसे शहर का इस्तेमाल किया और मुबंई पूणे नागपुर के CA की ज़रिए कोलकाता में करोड़ों रूपए के काले धन को सफेद करने मे कामयाबी हासिल की।
समीर की गिरफ़्तारी के बाद 7 फ़रवरी को BOMBAY LEAKS पर “BOMBAY LEAKS की ख़बर का असर,भुजबल की फ़र्ज़ी कंपनियों पर कसा ED का शिकंजा,कोलकाता के रिक्शा चालकों ने भुजबल की कंपनियों के खरीदे करोड़ों के शेयर,भतीजे की गिरफ़्तारी के बाद अब चाचा की बारी” यह ख़बर प्रकाशित की हुई थी।
इन खबरों के बाद ED ने धड़ा धड़ कोलकाता मे मौजूद फ़र्ज़ी कंपनियों पर कार्रवाई करनी शूरू करदी थी। ED मुंबई के संयुक्त निदेषक सत्त्यबरत कुमार ने उसी दोरान बातचीत मे बताया था कि कोलकाता मे फ़र्ज़ी कंपनियों की भरमार है इन कंपनियों पर कार्रवाई चल रही है हालांकि सत्त्यबरत कुमार ने कंपनियों की तादाद बताने मे लाचारी ज़ाहिर की लेकिन यह कहा कि इस तरह की कंपनियों की संख्या काफी ज़्यादा है।
अब छगन भुजबल की गिरफ़्तारी के बाद ED की छानबीन में नागपुर मुंबई और पूणे के CA समेत उन सारे लोगों की जल्द ही गिरफ्तारी होगी जिन लोगों ने भुजबल के इस गोरख धंधे में काले पैसों को सफेद करने में पूरी मदद की।क्योंकि इनकी बिना मदद के भुजबल की काली कमाई को सफेद नहीं किया जासकता था।
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