मुंबई: एक समय में मुंबई में अंडरवर्ल्ड की तूती बोलती थी पठान कंपनी . डी कंपनी , राजन कंपनी , रवी पुजारी, राजन कंपनी की कमर भले ही मुंबई पुलिस ने तोड़ दी हो लेकिन बीएमसी महकमा के अफसर आज भी अंडरवर्ल्ड के डर से थर थर कांपते हैं चूंकि अंडरवर्ल्ड की कमर टूटने के बाद अब उन्होंने कंस्ट्रक्शन पेशे को अंजाम देना शुरु किया और इस पेशे में जम कर अवैध निर्माण और अवैध कब्ज़े किए जा रहे हैं।
ताजा मामला मुंबई के नागपाड़ा इलाके का है जहां ला वीज़न नाम की गगन चुंबी इमारत के पार्किंट एरिया और रिफ्यूजी एरिया को बिल्डर ने कब्जा कर के उसे बेच दिया है हैरानी की बात यह है कि बीएमसी ई-वार्ड के वार्ड आफीसर के अंदर इतनी दहशत है कि वह इस अवैध और गैर कानूनी काम करने वाले बिल्डर पर कार्रवाई करने के बजाए उसे संरक्षण देते नज़र आरहे हैं।अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर बिल्डिंग मे किसी प्रकार का हादसा पेश आ गया या आग लग गई तो लोगों को कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। लोग एक झटके में मौत के मुंह मे जा सकते हैं।
चूंकि इस अवैध निर्माण में पठान कंपनी का गुर्गा सदस्य खुद शामिल है जो कि अपराध की दुकान बंद होने के बाद कंस्ट्रक्शन पेशे को अपना लिया लेकिन आज भी उसकी दहशत के सामने बीएमसी ने गुठने टेक दिए और पठान कंपनी के ज़रिए ही इसके रिफ्यूजी एरिया और पार्किंग एरिए पर कब्ज़ा कर के उसे बेच दिया गया बावजूद इसके बीएमसी मुख दर्शक नज़र आरही है ।
चूंकि पठान कंपनी की दहशत की वजह से बिल्डिंग के रहिवासी भी अपना मुंह खोलने से डरते हैं हालांकि वह जानते है कि मुंह खोलने का अंजाम क्या होगा क्योंकी पुलिस और बीएमसी जब दहशत के आलम में जी रही है तो भला ब्लिडिंग के रहिवासियों की क्या बिसात की वह अपनी सुरक्षा के सा थ हो र हे खिलवाड़ को लेकर बिल्डर के सामने अपनी मुंह खोलें। हमने इस मामले को लेकर ई-वार्ड आफीसर अलका ससाने से बात कर के उनका पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इस पर किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया।
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