बॉम्बे लीक्स ,
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के बीच समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है।प्रदेश के शाहजहांपुर से समाजवादी पार्टी की मेयर (Mayor) पद की उम्मीदवार अर्चना वर्मा ने भाजपा ज्वाइन कर ली है।भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने अर्चना को मेयर पद के लिए टिकट दे दिया। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे लेकर बयान जारी किया है।अखिलेश ने कहा है कि भाजपा के पास चुनाव लड़ाने के लिए प्रत्याशी तक नहीं है। इसका मतलब या तो भाजपा के पास कोई कार्यकर्ता नहीं है या फिर भाजपा में अपने कार्यकर्ताओं को टिकट न देकर अपमान करने की परंपरा है।भाजपा अंदरूनी लड़ाई में उलझी है।
गौरतलब है कि यूपी नगर निकाय चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी को भाजपा ने एक बड़ा झटका दिया है। शाहजहांपुर से सपा ने जिस अर्चना वर्मा को अपना प्रत्याक्षी घोषित किया था वह रविवार को भाजपा में शामिल हो गईं।सपा के पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा की बहू अर्चना वर्मा को बीजेपी ने तुरंत ही शाहजहांपुर नगर निगम से अपना मेयर का उम्मीदवार भी घोषित कर दिया।शाहजहांपुर मेयर की सीट OBC महिला के लिए आरक्षित है।समाजवादी पार्टी ने करीब दो हफ्ते पहले अर्चना को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। लेकिन वह अभी तक अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाई थी।अर्चना गौतम सपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे पूर्व राज्यमंत्री दिवंगत राममूर्ति सिंह वर्मा की बहू हैं।उनका परिवार राजनीति में कई दशकों से सक्रिय है। अर्चना खुद भी सपा की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं।अर्चना के भाजपा में शामिल होने पर अखिलेश यादव ने कहा, “दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करनेवालों का दिवालियापन देखिए कि उनके पास चुनाव लड़ाने के लिए प्रत्याशी तक नहीं है।इसका मतलब या तो भाजपा के पास कोई कार्यकर्ता नहीं है या फिर भाजपा में अपने कार्यकर्ताओं को टिकट न देकर अपमान करने की परंपरा है।भाजपा अंदरूनी लड़ाई में उलझी है।अर्चना वर्मा ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और जेपीएस राठौर की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा। इसके चंद घंटे बाद ही बीजेपी ने उन्हें शाहजहांपुर से मेयर पद का प्रत्याशी भी घोषित कर दिया।प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के हस्ताक्षर से जारी सूची में अर्चना वर्मा का भी नाम शामिल है। उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद अखिलेश यादव ने पहली प्रतिक्रिया दी है।इस दौरान डिप्टी सीएम ने कहा, “समाजवादी पार्टी ने अर्चना वर्मा को शाहजहांपुर से अपना मेयर प्रत्याशी घोषित किया था।लेकिन वह पार्टी की नीतियों से दुखी थीं।खास तौर पर सपा शासन के दौरान महिलाओं पर हुए अत्याचारों से उन्हें पीड़ा हुई।उन्होंने फैसला किया कि वह बीजेपी में शामिल होंगी।ब्रजेश पाठक ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय और राज्य नेतृत्व ने फैसला किया है कि वे अर्चना वर्मा को पार्टी की सदस्यता देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अर्चना के ससुर राम मूर्ति वर्मा चार बार विधायक रहे। वह शाहजहाँपुर (1996) के एक बार सांसद भी रहे।बता दें कि दूसरे चरण के नामांकन का सोमवार को अंतिम दिन है।
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