बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
लखनऊ : लखनऊ पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय नंबर से धमकी भरे सन्देश भेजने वाले शख्स को तमिलनाडु से गिरफ्तार कर लिया है।आरोप है कि गिरफ्तार हुए शख्स ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के छह कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी व्हाट्सएप के जरिये एक आरएसएस नेता के मोबाइल पर दी थी।जिसके बाद मामला दर्ज करते हुए आरोपी को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया है।
खबर के मुताबिक लखनऊ की मड़ियांव पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन से अभियुक्त राज मोहम्मद को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त राज मोहम्मद ने वॉट्सऐप के माध्यम से आरएसएस के 6 अलग-अलग कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
यूपी पुलिस की सर्विलांस टीम ने अभियुक्त की लोकेशन ट्रेस करके उसकी गिरफ्तारी कराई।गिरफ्तार शख्स पर आरोप है कि राजधानी लखनऊ समेत कर्नाटक के आरएसएस कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी थी
धमकी मिलने के बाद प्रदेश की योगी पोलिस ने लखनऊ मड़ियांव थाने में मामला दर्ज किया था।पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत करते हुए आगे कार्यवाही तेज़ कर दी थी।धमकी में कहा गया था कि लखनऊ और उन्नाव स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यालयों को बम से उड़ा दिया जाएगा।
यूपी पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी विवेचना में एटीएस को भी लगाया था।यूपी पुलिस और एटीएस की संयुक्त टीम ने साइबर सेल की मदद से अभियुक्त की लोकेशन तमिलनाडु के पुड्डुकोट्टाई में ट्रेस हुई।
इसके बाद तमिलनाडु पुलिस के अफसरों से संपर्क कर अभियुक्त को हिरासत में लिया गया है। इसके बाद यूपी एटीएस की टीम फ्लाइट से तमिलनाडु पहुंची जहां अभियुक्त से पूछताछ की जा रही है।
दरअसल बीते सोमवार रात करीब 8 बजे वॉट्सएप के एक ग्रुप पर लखनऊ के अलावा समेत आरएसएस के अन्य पांच कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद हड़कंप मच गया।आनन फानन में प्रदेश का पुलिस महकमा अलर्ट मोड़ में आ गया।
धमकी भरे व्हाट्सएप संदेश में आरएसएस के उत्तर प्रदेश के दो कार्यालयों के अलावा कर्नाटक आरएसएस के चार कार्यालय भी शामिल हैं।खबर के मुताबिक वॉट्सएप ग्रुप में तीन अलग-अलग भाषाओं में बम से उड़ाने की धमकी दी गई है।जिसमे हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ भाषा का इस्तेमाल किया गया था।
लखनऊ पुलिस के मुताबिक रात 8 बजे व्हाट्सअप पर धमकी भरे सन्देश मिलने के बाद जांच तेज़ कर दी गई थी।बताया गया कि इस जांच में साइबर सेल की मदद ली जा रही है। कहा गया था कि सन्देश भेजने वाले नम्बर का पता लगाते हुए जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा।
धमकी देने वालों ने आरएसएस के कार्यालयों का पता लिखकर कहा था कि इन कार्यालयों को बम से उड़ा दिया जाएगा।अगर रोक सको तो रोक लो। वॉट्सएप नंबर के आधार पर पुलिस में जांच शुरू कर दी है।हालांकि इस ग्रुप को संचालित करने वाले कौन लोग हैं या यह कहां से संचालित हो रहा है पुलिस को इसकी जानकारी जुटा रही है।
बताया गया कि धमकी भरे संदेश का यह मैसेज संघ के सदस्य नीलकंठ तिवारी को अंतरराष्ट्रीय नंबरों से संदेश हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ में भेजा गया था। कि यह खतरा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के ‘सांप्रदायिक सद्भाव’ के आह्वान की पृष्ठभूमि में आया है।
जहाँ उन्होंने नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग (अधिकारियों के प्रशिक्षण शिविर) के तीसरे वर्ष के समापन समारोह में बोलते हुए कहा था कि हिंदुओं को यह महसूस करना चाहिए कि मुसलमान रक्त संबंध से अपने पूर्वजों और अपने भाइयों के वंशज है।
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