दो कलर्क के विरुद्ध कारवाई से शहर के अनुदानित स्कूलों के मैनेजमेंट में हड़कंप मचा हुआ है
शहर में सरकारी अनुदान पर चलने वाले डोनेशन लेकर प्रवेश देने वाले स्कूल प्रशासन में भय का माहौल
भिवंडी : शहर के एक प्रसिद्ध बालिका उर्दू स्कूल के दो क्लर्कों को नवी मुंबई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने स्कूल में प्रवेश के बदले रिश्वत लेते रंगे हाथों आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला क्लर्क भी शामिल है। शहर के उर्दू स्कूल के खिलाफ शिकायत के बाद यह कोई पहली कारवाई है जिसके बाद से सरकार से अनुदान प्राप्त करने वाले स्कूलों का प्रबंधन इस कार्रवाई से खासा डरा हुआ है. एनसीबी ने दोनों आरोपियों के खिलाफ शांतिनगर थाने में मामला दर्ज किया है। स्कूल प्रबंधन समिति से भी पूछताछ की अशंका व्यक्त की जा रही है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के सूत्रों के अनुसार, एक व्यक्ति ने 28 मार्च को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूल में प्रवेश देने के बदले 9,000 रुपये रिश्वत के रूप में मांगे जा रहे है । पीड़ित की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे एसीबी नवी मुंबई की टीम ने आयशा सिद्दीका उर्दू प्राइमरी स्कूल के चारों ओर जाल बिछाकर शिकायतकर्ता की भतीजी प्रवेश फीस के अतिरिक्त 9 हज़ार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है ।
एसीबी की कार्रवाई से शहर के सरकार से अनुदान प्राप्त स्कूल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है । बता दें कि शहर के उर्दू स्कूल में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की यह पहली कार्रवाई है। खबर सार्वजनिक होते ही स्कूल परिसर के बाहर खड़े अभिभावकों ने प्रवेश के बदले नौ हजार रुपये देने की बात स्वीकार किया है । भिवंडी में उच्च शुल्क वाले स्कूलों के अलावा, सरकारी अनुदान प्राप्त करने वाले स्कूल भी डोनेशन के नाम पर रिश्वत स्वीकार करते हैं जिसका खुलासा इस करवाई से हो रहा है. साफिया गर्ल्स स्कूल प्रशासन की तरफ से अभी इस गंभीर मामले पर कोई वक्तव्य सामने नहीं आया है ।
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