बॉम्बे लीक्स
दिल्ली : दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रहे सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ गई है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट ने पर्याप्त सबूत के दौर पर आरोपी मान लिया है।अदालत के मुताबिक रिकॉर्ड में पेश दस्तावेजों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि प्रथम दृष्टया आरोपियों की संलिप्तता को लेकर पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं। ऐसे में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ साथ सत्येंद्र को बड़ा झटका लगा है।
अदालत ने शुक्रवार को कहा कि सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन सहित 10 के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप के तहत मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त साक्ष्य है। अदालत ने सभी के खिलाफ समन जारी कर अगली तिथि को पेश होने का निर्देश जारी कर दिया है। वहीं अदालत ने जैन की पत्नी के खिलाफ समन जारी कर तबला होने के निर्देश के साथ साथ दो आरोपियों को अग्रिम जमानत दे दी है।अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को निर्देश दिया कि वह सत्येंद्र जैन, वैभव जैन और अंकुश जैन को आरोपपत्र और अन्य संबंधित दस्तावेजों की एक-एक प्रति उपलब्ध कराए।
मनीलांड्रिंग मामले में वर्तमान में तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।न्यायाधीश ने कहा, ‘‘रिकॉर्ड में पेश दस्तावेजों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि प्रथम दृष्टया आरोपियों की संलिप्तता को लेकर पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं। इस प्रकार, धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 की धारा 4 के तहत दंडनीय पीएमएलए की धारा 3 के अंतर्गत अपराध का संज्ञान लिया जाता है।दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस चार्जशीट को लेकर ईडी को कई बातों के लिए कड़ी फटकार भी लगाई है।
अदालत ने संज्ञान लेते हुए ईडी को दस्तावेजों की फोटो कापियां पेश करने व कंपनियों में सतेन्द्र जैन की भूमिका न होने पर फटकार भी लगाई। सुनवाई के दौरान सत्येंद्र जैन विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए तो अंकुश और वैभव जैन को न्यायिक हिरासत से पेश किया गया था।ईडी की चार्जशीट में सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के खिलाफ ‘हवाला’ के पैसों का इस्तेमाल करने का आरोप है।ये पैसे दिल्ली और आसपास के इलाकों में एग्रीकल्चरल लैंड खरीदने के काम लाए गए।
ईडी ने अपनी चार्जशीट में सत्येंद्र जैन के अलावा उनकी पत्नी पूनम जैन, उनके सहयोगी अजीत प्रसाद जैन, सुनील कुमार जैन, वैभव जैन और अंकुश जैन का नाम शामिल किया है। वहीं अकिंचन डेवलपर्स, प्रयास इंफोसॉल्युशंस, मंगलायतन डेवलपर्स और जे. जे. आईडियल एस्टेट नाम की कंपनियों का नाम भी शामिल किया गया है।जांच शुरू होने और हिरासत में लिए जाने से पहले सत्येंद्र जैन दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली और कुछ अन्य विभागों के मंत्री थे।सत्येंद्र जैन अभी दिल्ली सरकार में मंत्री बने हुए है।जैन को ईडी ने जैन को 30 मई को गिरफ्तार किया था।
चार्जशीट का संज्ञान लेने के साथ ही कोर्ट ने ईडी को फटकार भी लगाई।कोर्ट ने कहा कि ईडी ने अपनी चार्जशीट में गलत तरीके से सत्येंद्र जैन को आरोपी कंपनियों का ‘जिम्मेदार व्यक्ति’ बताया है।जबकि वो ना तो इन कंपनियों में डायरेक्टर हैं और ना ही इससे जुड़े हुए हैं।कोर्ट ने ईडी से सवाल किया- कैसे ये कंपनियां सिर्फ सत्येंद्र जैन का नाम लिख देने से उनकी हो जाएंगी।क्या आप पहली बार कोई मामला दायर कर रहे है।सिर्फ इसलिए कि ‘सत्येंद्र जैन के माध्यम से’ लिखा है तो कंपनी उनकी नहीं हो जाएगी।
कोर्ट को दस्तावेज देने से पहले आपने उसकी पड़ताल नहीं की थी क्या। आम आदमी पार्टी की अरविंद केजरीवाल सरकार पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ ईडी की जांच से शुरू हुआ भ्रष्टाचार के आरोपों का दायरा अब और बढ़ रहा है।इसके अलावा हाल में दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति को लेकर सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। वहीं ट्रांसपोर्ट विभाग में करप्शन के मामले को लेकर एंटी-करप्शन ब्रांच (ACB) को एक महीने में जांच पूरी कर रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए है।
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