बांम्बे लीक्स
दिल्ली : नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो केंद्रीय गृह मन्त्री और भाजपा के3 दिग्गज नेता अमित शाह के सामने 30 हजार किलो ड्रग्स को जलाया गया।केंद्रीय एजेंसी एनसीबी की इसे ड्रग्स के खिलाफ बढ़ी कार्रवाई माना जा रहा है। खबर के मुताबिक एनसीबी ने 30 हजार किलो से अधिक जब्त की गई दवाओं को अमित शाह के सामने जलाकर नष्ट कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की निगरानी में की गई एनसीबी की इस कार्यवाही को काफी अहम माना जा रहा है।
अमित शाह ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी समाज के लिए खतरा है।ऐसे में किसी भी देश को नशीले पदार्थों की तस्करी के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रखना चाहिए।नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 30,000 किलोग्राम से अधिक जब्त की गई दवाओं को 4 स्थानों पर नष्ट किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी समाज के लिए खतरा है।
कहा कि ये सारे अभियान समय-समय पर एनसीबी द्वारा चलाए जाते है ताकि देश को नशीले पदार्थों की तस्करी और युवाओं को इसके प्रयोग करने से बचाया जा सकें।वहीं NCB ने 1 जून से ड्रग्स पदार्थों के निपटान से संबंधित अभियान की शुरुआत की थी।एनसीबी की अब तक कि हुई कार्यवाही में 29 जुलाई तक 11 राज्यों में 51,217 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स का निपटारा किया जा चुका है।
आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर, एनसीबी ने आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर 75,000 किलोग्राम मादक पदार्थ नष्ट करने का संकल्प लिया है। शनिवार को 30,468.784 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थों के निपटान के बाद, कुल मात्रा लगभग 81,686 किलोग्राम तक पहुंच जाएगी।जोकि एनसीबी के लक्ष्य से अधिक होगी।यह नशा मुक्त भारत की लड़ाई में एक बड़ी उपलब्धि होगी।
सम्मेलन में पहली बार गृह मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और मादक पदार्थों से संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधि एक मंच पर मौजूद थे।अमित शाह ने कहा कि स्वस्थ समाज और समृद्ध राष्ट्र के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है। सुरक्षा की दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण है ,क्योंकि नशीले पदार्थों के व्यापार से उत्पन्न होने वाली काली कमाई का उपयोग देश के खिलाफ गतिविधियों में किया जाता है।
गृह मंत्री ने कहा कि नशीले पदार्थों का न केवल सेवन करने वालों पर, बल्कि समाज, अर्थव्यवस्था और देश की सुरक्षा पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।उन्होंने कहा कि हमें इसे पूरी तरह से खत्म करना होगा।सम्मेलन का आयोजन एनसीबी द्वारा किया गया है।शाह ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने, तो भारत सरकार ने मादक पदार्थों को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई थी।
शाह ने कहा कि मादक पदार्थों के खिलाफ तेजी से और सही दिशा में बढ़ रही लड़ाई के परिणाम दिखने शुरू हो गए है। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ युवा पीढ़ी पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं और इसे दीमक की तरह नुकसान पहुंचाते हैं। शाह ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार इस संकट को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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