शाहिद अंसारी
मुंबई:मुबंई के पायधूनी पुलिस थाने ने कुवैत भेजने के नाम पर एक ठग गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है गिरफ़्तार आरोपियों के नाम अकरम शेख,साजिद शेख और वाहिद अहमद हुसैन हैं।जबकि इस छोखाधड़ी की वारदात में शामिल मुख्य आरोपी दाऊद देस पांडे फरार है।दाऊद और दूसरे सारे आरोपी जलगांव के रहने वाले हैं।पुलिस ने इनके पास से 30 पास्पोर्ट और कुछ वीज़े की कॉपी बरामद की है।
कैसे करते थे ठगी
दर सल पायधूनी पुलिस थाने में पीड़ित जावेद शेख़ ने शिकायत दर्ज कराई की उनसे 30 हज़ार और उनका पास्पोर्ट लेकर मुख्य आरोपी ने कुवैत में नौकरी देने का झांसा दिया लेकिन समय बीतता गया ना तो नौकरी मिली और ना तो पास्पोर्ट जिसके बाद पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर छानबीन आगे बढाई और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया पूछ ताछ में इस बात का पता चला कि मुख्य आरोपी जो कि जलगांव मे लोगों से पास्पोर्ट और पैसे लेकर नौकरी देने की बात करता था लेकिन पास्पोर्ट इधर उधर घूमता रहता।और जब लोग इनसे पूछते कि नौकरी का क्या हुआ तो वीज़े का फोटो कॉपी दिखा कर यह कहता कि बस अब नौकरी मिलने वाली है और फिर रफू चक्कर और अंत में उसका पास्पोर्ट भी नहीं मिलता था और ना ही नौकरी।पुलिस ने इन लोगों से छानबीन में 30 पास्पोर्ट जब्त किया जबकि कई वीज़े भी बरामद किए हैं यह वीजा कुवैत का है।
करोड़ों की ठगी का शक
दर असल छानबीन में इस बात का खुलासा हुआ कि यह एक बडी गैंग है जो कुवैत मे नौकरी दिलाने के नाम पर भोले भाले लोगों से पैसे और पास्पोर्ट लेकर उन्हें बेवकूफ बनाती है।और मामले का मुख्य आरोपी जलगांव के आसपास के लोगों से पास्पोर्ट लेता था।पुलिस को इस बात का शक है कि इन लोगों ने 100 से ज्यादा लोगों के पास्पोर्ट लेकर उनके साथ ठगी की है और उन्हें लाखों करोडों का चूना लगाया है।पायधूनी पुलिस थाने के सीनियर पीआई सुनील कवलेकर ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस की एक टीम तय्यार की गई है जिसमें पुलिस अधिकारी शशिकांत पवार,स्मिता परब,बाला साहेब कनावड़े के साथ दूसरे पुलिस कर्मियों को भी नियुक्त किया गया है पुलिस की टीम पूरे मामले की छानबीन कररही है और जल्द ही कुवैत दूतावास से भी संपर्क कर वीजे की सच्चाई का पता लगाएगा। यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस गोरख धंधे में और भी की लोग शामिल हैं जो गांव के भोले भाले लोगों को कुवैत में नौकरी का झांसा देकर उनसे पैसे और पास्पोर्ट ले लेते हैं।
क्या कहती है मुंबई पुलिस
पायधूनी पुलिस थाने के सीनियर पीआई सुनील कवलेकर ने कहा कि इस तरह से विदेश में नौकरी देने के नाम पर यह लोग ठगते हैं और लोगों को जब पता चलता है तबतक देर होजाती है इसलिए विदेशों में नौकरी देने की जो बात करे सबसे पहले आप यह देखें कि उसके पास टूर ऐंड ट्रावेल का लाएसेंस है या नहीं।क्योंकि अक्सर सब एजेंट बनकर लोगों को चूना लगाने का काम इस तरह के लोग करते हैं और इसके पीछे पूरी गैंग होती है।इस मामले मे अगर किसी के साथ इस गैंग के लोगों ने नौकरी देने के नाम पर धोखाधड़ी की है तो वह पायधूनी पुलिस थाने मे शिकायत दर्ज कराऐं।फिलहाल पुलिस ने इन सारे आरोपियों को मजीद पूछताछ के लिए आज कोर्ट मे पेश किया कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 19 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया।
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