शाहिद अंसारी
मुंबई : मुबंई के ग्रांट रोड इलाके में ड्रग्स और हुक्का बार तबाही का अड्डा फिर से शुरू हो गया है। इस बार शालीमार हुक्का बार के सारे पार्टनर ने कहा कि उन्होंने मुंबई पुलिस को खिलाई जा रही मलाई में इज़ाफ़ा कर दिया है इसलिए अब मुंबई पुलिस के सामने सीना ठोक कर हुक्का और ड्रग्स का अड्डा आसानी से चलाया जाएगा। इस बार तबाही के इस अड्डे पर नन्हे बच्चों को सोशल साइट पर आकर्षित करने के लिए नए नए ऑफर भी दिए रहे हैं। ताकि युवक ड्रग्स और हुक्के की लत में वह इस आफर की लालच में जल्दी ही फंस जाऐं और जिंदगी तबाह करें। सोशल साइट पर तबाही के इस अड्डे का ज़बरदस्त तरीके से प्रचार किया जा रहा है। सोशल साइट पर स्मॉकिंग ज़ोन के नाम से युवाओँ और नन्हें बालकों के व्हाट्सप पर धड़ल्ले से ऑफर भेजे जा रहे हैं।
सबसे चौंका देने वाली बात यह है कि नशामुक्ति की मुहिम चलाने का दावा करने वाले लोगों के आश्रम से बस चंद कदमों के फासले पर ही तबाही का अड्डा स्थित है।
ध्यान रहे इस तबाही के अड्डे को चालने के लिए एक स्थानी फर्ज़ी पत्रकार सहित मुंबई पुलिस को जिम के सामान सप्लाई करने वाला अब्दुल्लाह शेख है। जिसका दावा है कि उसने स्थानी पुलिस थाने और जोनल डीसीपी द्यानेश्वर चौवान और मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी जेब में रखा है। इसलिए तबाही के इस अड्डे को बंद करने का सवाल ही नहीं उठता। क्योंकि आज की नसल पूरी तरह से हुक्का और हुक्के के साथ ड्रग्स का सेवन कर के अपनी जिंदगी तबाह कर रही है और यह आम बात हो गई है। चूंकि युवाओं और बच्चों को अपने घरों में यह करना मुश्किल है इसलिए तबाही के इस अड्डे पर खासी भीड़ देखी जा सकती है।
ध्यान रहे स्थानी लोगों के एतराज़ के बाद इस मामले में Bombay Leaks ने खबर प्रकाशित की थी जिसके बाद तबाही का अड्डा चलाने वालों ने Bombay Leaks पर दबाव बनाने की कोशिश की ताकि खबर न लिखी जाए। यह जगह मेमन बैंक को डुबाने वाले इमरान फर्नीचरवाला फैमिली की है जिन्होंने इनको तबाही के अड्डे को चलाने के लिए किराए पर दे रखा है। Bombay Leaks ने पूरी तरह से निडर हो कर तबाही के इस अड्डे और इसे चलाने वाले कौन लोग हैं इस बारे में भी बताया। पिछले बार तबाही के इस अड्डे को फिर शूरु किया गया और इसके पार्टनर लोगों के बीच यह शगूफा छोड़ रखे थे कि राज्य के मुख्यमंत्री के आदेश के बाद तबाही का अड्डा बंद होने के बाद फिर से शूरु हुआ। लेकिन जब मुंबई पुलिस कमिश्नर ने मामले में सख्ती बर्ती जिसके बाद इसे फिर बंद कर दिया गया। लेकिन कुछ ही दिन तक बंद रहने के बाद स्थानी पुलिस थाने डीबी मार्ग ने इसे फिर से शूरु करने के लिए आंख बंद कर के इजाज़त दी है। क्योंकि पुलिस को यहां से जम कर मलाई खाने को मिलती हैजो कि बंद होने पर पुलिस को मलाई मिलने की गुंजाइश नज़र नहीं आ रही थी इसलिए इसे बैक डोर से चालू करने का आदेश दिया है।
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