शाहिद अंसारी
मुंबई:22 अप्रेल को इमरान नाम के जिस लड़के को वडाला टीटी पुलिस थाने के पुलिस वालों ने अपहरण कर नेहरू नगर पुलिस थाने से साठ गांठ कर उसके खिलाफ़ हथियार रखने का झूटा मामला दर्ज किया था।अब उस मामले में फिर एक नया मोड़ आया है।वडाला पुलिस थाने के सब इंस्पेक्टर संतोष नरोटे ऐंड कंपनी ने इमरान के घर वालों के पास संदेश भेजा है कि वह इस मामले में समझौता कर लेंगे तो पुलिस इमरान को पूरी तरह से सहयोग करेगी।
हालांकि इमरान को इस झूटे केस में कोर्ट से ज़मानत भी मिल गई है लेकिन आज तक वडाला टीटी पुलिस थाने इस मामले में कोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश करने में असमर्थ रही।ताज्जुब इस बात का कि इस पूरी झूटे केस और फ़र्ज़ी गिरफ्तारी को लेकर उस समय के ज़ोनल डीसीपी अशोक दुधे ने चुप्पी साधी थी।क्योंकि मामला उनके ही ज़ोन के पुलिस कर्मियों द्वारा अंजाम दिया गया था और इसमें पुलिस वालों की सीसीटीवी रिकार्डिंग होने की वजह से उनपर कार्रवाई होना तय है।इसी लिए दुधे ने उस समय इस मामले में चुप्पी साधी थी।लेकिन जैसे ही मुंबई पुलिस प्रवक्ता का कार्यभार उन्होंने संभाला तो उस चुप्पी को तोड़ना अब उनकी मजबूरी होगई है।इस पूरे मामले में जब अशोक दुधे से बात की गई तो पहले तो उन्होंने इस मामले की जानकारी से लाचारी ज़ाहिर की लेकिन जब उन्हें याद दिलाया गया कि उनके ही कार्यकाल में वडाला टीटी पुलिस कर्मियों ने इमरान का अपहरण कर उसे नेहरू नगर पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों के साथ साठ गांठ कर उसके खिलाफ़ अवैध हथियार रखने का मामला दर्ज किया है।तो दुधे ने मामले मे खाना पुरी करते हुए कहा कि इस मामले मे नेहरू नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है और जांच चल रही है।लेकिन पुलिस के ज़रिए अपहरण करने और सीसीटीवी रिकार्डिंग वाली बात पर फिर उन्होंने चुप्पी साध ली।जबकि सच्चाई यह है कि नेहरू नगर पुलिस थाने ने इस झूटे केस मे चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है और प्रवक्ता इस बात से बेखबर हैं।सोने पर सोहागा यह कि दोनो पुलिस थाने अशोक दुधे के ही कार्य क्षेत्र मे थे।
इमरान ने खुद इस बारे मे बताया कि उसे 22 अप्रेल की रात जब रे रोड से गिरफ्तार किया गया उस दौरान उसकी तलाशी ली गई जब उसके पास कुछ नहीं निकला तो उसे वडाला टीटी के इंस्पेक्टर नरोटे ऐंड कंपनी ने अपनी प्राइवेट कार मे बिठा कर वडाला टीटी पुलिस थाने से थोड़ी दूर पर पहुंचे और वहां रुकने के बाद पहले से ही इन लोगों ने नेहरू नगर पुलिस थाने के पुलिस वालों से सेटिंग की थी।नेहरू नगर पुलिस वाले वहां पहुंचे और उन्होंने इमरान को टैक्सी मे बिठा कर नेहरू नगर ले गए और वहां हथियार रखने का झूटा केस बनाया।नरोटे ऐंड कंपनी के साथ साथ नेहरू नगर पुलिस थाने के पुलिस कर्मी यूराज पाटिल और डेरे इस मामले मे पूरी तरह से शामिल हैं।इस पूरी वरादात के दौरान तकरीबन 10 पुलिस वाले वहां मौजूद थे।चूंकि सीसीटीवी रिकार्डिंग के बारे में नरोचे ऐंड कंपनी को पता नहीं था इस लिए इन्होंने इस वारदात को अंजाम तो दे दिया लेकिन अब हालत ऐसी होगई है कि यह मामला अब ना उगला जारहा है और न निगला जा रहा है।क्योंकि नरोटे ऐंड कंपनी इस बात से बेखबर थे कि उनकी यह करतूत सीसीटीवी में मौजूद है इसलिए उन्होंने झूटा केस तो बनाया ही और मामला की पुलिस थाने में इंट्री ही नहीं की।हालांकि नरोटे ने इस बारे मे कहा कि पुलिस को इस तरह से स्पेशल पावर दी गई है कि वह किसी को भी गिरफ्तार कर सकती है और स्टेशन डायरी में इंट्री करना यह ज़रूरी नहीं है।इमरान ने इस मामले में महाराष्ट्र ह्युमन राइट कमीशन में गुहार लगाई है ताकि वडाला टीटी पुलिस थाने के पुलिस कर्मी नरोटे ऐंड कंपनी और नेहरू नगर पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों के खिलाफ़ कार्रवाई की जा सके।
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