शाहिद अंसारी
मुंबई:Bombay Leaks पर बिल्डर जितेंद्र जैन को लेकर आई.जी महाराष्ट्र जेल राजवर्धन सिन्हा द्वारा तत्कालीन थाने जेलर को कॉल किए जाने को लेकर ख़बर प्रकाशित की गई थी और उसे सिन्हा शराफत का सर्टिफिकेट दे रहे थे वह बहुत बड़ा ठग निकला और ताज़ा जानकारी यह है कि वह धोखाधड़ी के मामले में उसे EOW मुबंई ने फिर गिरफ्तार किया है।
कमला लैंडमार्क कंपनी के बिल्डर जितेंद्र जैन मुबंई के विभिन्न पुलिस थानों में सैकड़ों लोगों के साथ करोड़ों रूपए की धोखाधड़ी के 20 से ज़्यादा मामले दर्ज हैं और सारे मामलों का निपटारा अब मुबंई आर्थिक गुनाह शाखा (EOW) के समक्ष है।हालांकि कई मामले ऐसे हैं जिनका निपटारा पुलिस थाने में ही होना चाहिए लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों की मेहरबानी से वह EOW को सौंप दिए गए हैं।
ध्यान रहे सिन्हा खुद EOW में बतौर एडिशनल सीपी नियुक्त थे इसलिए उनसे बेहतर जितेंद्रे जैन को शायद कोई नहीं जानता होगा इसी लिए जेल का कार्यभार संभालते ही जितेंद्र जैन की फिकर उन्हे सताने लगी और उन्होंने उसे शराफ़त का सर्टिफिकेट देने के लिए जेलर को फोन किया था।हालांकि अबतक यह नहीं पता चल पाया कि सिन्हा जिन चार पांच बड़े अधिकारियों की बात कर रहे हैं वह कौन थे जिन्हें जितेंद्र जैन की फिकर सता रही है।
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